Edited By Parminder Kaur,Updated: 16 Jan, 2025 10:41 AM
इस साल ऑटो एक्सपो में कुल 25 वाहन और दोपहिया निर्माता कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। इनमें देश और विदेश की नामी कंपनियां शामिल हैं। मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हुंडई मोटर इंडिया, किआ मोटर्स, एमजी मोटर्स, फॉक्सवैगन, मर्सिडीज-बेंज,...
ऑटो डेस्क. इस साल ऑटो एक्सपो में कुल 25 वाहन और दोपहिया निर्माता कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। इनमें देश और विदेश की नामी कंपनियां शामिल हैं। मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हुंडई मोटर इंडिया, किया मोटर्स, एमजी मोटर्स, फॉक्सवैगन, मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी जैसी बड़ी कंपनियां अपनी नई गाड़ियां पेश करेंगी। इसके अलावा वियतनाम की इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) निर्माता कंपनी विनफास्ट और चीन की बीवाईडी भी अपने ईवी मॉडल्स के साथ मेले में भाग ले रही हैं।
दोपहिया वाहनों का प्रदर्शन भी खास
दोपहिया वाहनों के सेक्टर में बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया, यामाहा, सुजुकी मोटरसाइकिल और टीवीएस मोटर के साथ-साथ ओला इलेक्ट्रिक और एथर एनर्जी जैसी नई ईवी कंपनियां भी शामिल होंगी।
ईवी और नई तकनीक का जलवा
ऑटो एक्सपो 2025 का मुख्य आकर्षण इलेक्ट्रिक वाहन होंगे। वियतनाम की कंपनी विनफास्ट तुत्तुकुड़ी (तमिलनाडु) में अपना ईवी असेंबली प्लांट शुरू कर रही है। कंपनी इस मेले में अपनी नई गाड़ियां जैसे वीएफ 3, वीएफ 9 और कॉन्सेप्ट इलेक्ट्रिक पिकअप वीएफ वाइल्ड पेश करेगी। वहीं बीवाईडी अपनी वैश्विक पहचान वाले इलेक्ट्रिक मॉडल्स दिखाएगी।
बीवाईडी इंडिया के इलेक्ट्रिक पीवी कारोबार प्रमुख राजीव चौहान ने कहा- भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने के लिए ऐसे आयोजन बहुत जरूरी हैं। ऑटो एक्सपो 2025 में भाग लेना हमारे लिए सम्मान की बात है।
चीन की भागीदारी पर खास नजर
इस बार चीन समेत 42 देशों के प्रतिनिधि ऑटो एक्सपो में भाग लेंगे। खास बात यह है कि भारत ने चीन के नागरिकों को वीजा देने में ढील दी है। चीन, जो ईवी बैटरी और वाहन कलपुर्जों के लिए प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। इस आयोजन में अपनी अहमियत दिखाएगा। भारत में इस्तेमाल होने वाले वाहन कलपुर्जों में चीन की हिस्सेदारी करीब 30% है।
पिछले साल का अनुभव और इस साल की उम्मीदें
साल 2023 में हुए ऑटो एक्सपो में कई बड़ी कंपनियां जैसे महिंद्रा एंड महिंद्रा, फॉक्सवैगन, स्कोडा, होंडा कार्स, निसान, रेनो, मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी शामिल नहीं हुई थीं। इसका कारण आयोजन का भारी शुल्क बताया गया था। हालांकि, इस बार अधिकतर बड़ी कंपनियां मेले में भाग ले रही हैं, जिससे इसे भव्य और आकर्षक बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।