Edited By Radhika,Updated: 06 Mar, 2025 04:40 PM

भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना, मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल के निर्माण कार्य में एक अहम कदम उठाया गया है। प्रोजेक्ट में एक प्रमुख 'मेक इन इंडिया' स्टील ब्रिज का निर्माण पूरा किया जा रहा है, जो 200 मीटर लंबा होगा।
नेशनल डेस्क: भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना, मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल के निर्माण कार्य में एक अहम कदम उठाया गया है। प्रोजेक्ट में एक प्रमुख 'मेक इन इंडिया' स्टील ब्रिज का निर्माण पूरा किया जा रहा है, जो 200 मीटर लंबा होगा। यह पुल गुजरात के नाडियाड में राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के पास स्थित है। इसकी खासियत यह है कि इसे भारत में ही बनाया गया है।
भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का प्रतीक-
नाडियाड के पास स्थित यह पुल मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन साबित हो रहा है। यह पुल भारत के घरेलू निर्माण और इंजीनियरिंग क्षमता को दिखाता है। यह प्रोजेक्ट देश में परिवहन बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान है। इस परियोजना को 'मेक इन इंडिया' के तहत तैयार किया गया है, जो प्रधानमंत्री मोदी की आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पुल का निर्माण और विनिर्देशन-
इस स्टील ब्रिज की कुल लंबाई 200 मीटर है, जिसमें दो स्पैन के साथ 100 मीटर की लंबाई शामिल है। इस पुल की चौड़ाई 14.3 मीटर और ऊंचाई 14.6 मीटर है। यह ब्रिज मौजूदा रेलवे लाइनों और राजमार्गों के ऊपर से गुजरने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
भविष्य में 28 स्टील पुलों का निर्माण-
MAHSR Project के तहत गुजरात और महाराष्ट्र में कुल 28 स्टील पुल बनाने की योजना है। इस योजना में 17 पुल गुजरात में और 11 महाराष्ट्र में होंगे। वर्तमान में गुजरात खंड में 6 पुल पूरे हो चुके हैं, जो इस परियोजना की प्रगति को दर्शाते हैं।
प्रगति और भविष्य का अनुमान-
बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के परिपालन के लिए जिम्मेदार National High-Speed Rail Corporation Limited ने उम्मीद जताई है। गुजरात के पहले भाग का संचालन 2026 तक शुरू हो जाएगा। इस परियोजना के सफल संचालन से भारत के परिवहन बुनियादी ढांचे को एक नई दिशा मिलेगी और देश की विकास यात्रा को गति मिलेगी।