Edited By Parveen Kumar,Updated: 31 Mar, 2025 07:02 PM

पिछले शुक्रवार को म्यांमार में आए भयानक भूकंप ने देश को हिला दिया, जिससे कई इमारतें गिर गईं और सैकड़ों लोगों की जान चली गई। अब जापान पर भी एक बड़े भूकंप का खतरा मंडरा रहा है।
नेशनल डेस्क : पिछले शुक्रवार को म्यांमार में आए भयानक भूकंप ने देश को हिला दिया, जिससे कई इमारतें गिर गईं और सैकड़ों लोगों की जान चली गई। अब जापान पर भी एक बड़े भूकंप का खतरा मंडरा रहा है।
सरकार की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अगर जापान के प्रशांत महासागर तट पर 9 तीव्रता का भूकंप आता है, तो यह देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। अनुमान है कि इसका असर 1.81 ट्रिलियन डॉलर (270.3 ट्रिलियन येन) तक हो सकता है, जो जापान की कुल जीडीपी का लगभग आधा हिस्सा है।
3 लाख लोगों की जान को खतरा
जापान में दुनिया में सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि नानकाई ट्रफ नामक भूकंपीय क्षेत्र में अगले कुछ सालों में 8 से 9 तीव्रता का भूकंप आने की 80% संभावना है। सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर यह भूकंप आता है, तो करीब 12.3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ सकता है। सर्दियों की रात में अगर यह भूकंप आता है, तो सुनामी और इमारतों के गिरने से करीब 2.98 लाख लोगों की जान जा सकती है।
क्या है नानकाई ट्रफ?
नानकाई ट्रफ जापान के दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत तट के पास स्थित 900 किलोमीटर लंबा क्षेत्र है। यहां फिलीपीन सी प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है, जिससे भूकंप की संभावना बनी रहती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस क्षेत्र में हर 100 से 150 साल में एक बार बहुत बड़ा भूकंप आता है, जिससे भारी तबाही मच सकती है।
2011 जैसी तबाही दोबारा हो सकती है?
2011 में जापान के उत्तर-पूर्वी इलाके में 9 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद आई सुनामी और फुकुशिमा परमाणु संयंत्र हादसे में 15,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। अगर नानकाई ट्रफ में इसी स्तर का भूकंप आता है, तो इसका असर कहीं ज्यादा खतरनाक हो सकता है।