Edited By Mahima,Updated: 20 Dec, 2024 10:35 AM
जयपुर में पेट्रोल पंप के पास गैस टैंकर और सीएनजी ट्रक के बीच टक्कर के बाद भीषण आग लग गई, जिसमें 40 से अधिक गाड़ियां जल गईं। हादसे में 23-24 लोग घायल हुए हैं, जबकि कई लोग जिंदा जल गए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया और प्रशासन...
नेशनल डेस्क: जयपुर में सोमवार, 18 दिसंबर 2023 को एक गंभीर और भयावह अग्निकांड हुआ, जिसने शहर को दहला दिया। यह हादसा जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेट्रोल पंप के पास गैस टैंकर और सीएनजी ट्रक की भीषण टक्कर के बाद हुआ। टक्कर के परिणामस्वरूप गैस टैंकर में आग लग गई, जिससे आसपास खड़ी गाड़ियाँ, बसें और अन्य वाहन भी इसकी चपेट में आ गए। आग इतनी तेज़ी से फैली कि लगभग 40 से अधिक गाड़ियाँ जलकर राख हो गईं, और हादसे में कई लोगों की मौत हो गई।
हादसे का कारण और भयावहता
यह हादसा सुबह के समय हुआ, जब जयपुर-अजमेर हाईवे पर ट्रक और गैस टैंकर के बीच टक्कर हुई। टक्कर के बाद गैस टैंकर से तेज़ आग की लपटें उठने लगीं, और देखते ही देखते आग ने पास खड़ी 40 से ज्यादा गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया। इन गाड़ियों में कई यात्री बसें भी शामिल थीं, जिनमें कुछ यात्री सवार थे। आग इतनी भीषण थी कि वहां अफरातफरी मच गई और लोगों में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। आग की चपेट में आने से कई लोग जिंदा जल गए, जिनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। आग ने वाहन और गाड़ियों को जलाते हुए न सिर्फ सड़कों को जाम किया, बल्कि आसपास के इलाके को भी धुएं से भर दिया, जिससे दृश्यता में भारी कमी आई और राहत एवं बचाव कार्य में परेशानी हुई।
घायलों और मृतकों की संख्या
घायलों की संख्या अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन जयपुर के जिलाधिकारी जितेंद्र सोनी के अनुसार, हादसे में करीब 23-24 लोग घायल हुए हैं। घायल व्यक्तियों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। उनकी हालत में सुधार की कोशिश की जा रही है। हादसे में कुछ लोग गंभीर रूप से जलने के कारण मौत के मुंह में चले गए। बस में सवार कई यात्रियों के जिंदा जलने की खबर है, और यह हादसा एक काले अध्याय के रूप में इतिहास में दर्ज हो गया है। मृतकों की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि कई शवों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
सभी राहत और बचाव कार्यों में जुटे प्रशासन और फायर ब्रिगेड
घटना के तुरंत बाद, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की टीमों ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। आग इतनी भयंकर थी कि उसे बुझाने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी। राहत कार्यों में समय लगने के बावजूद, फायर ब्रिगेड की टीमों ने आग पर काबू पा लिया। हालाँकि, कुछ गाड़ियाँ अब भी जल रही हैं, लेकिन ज्यादातर आग पर नियंत्रण पा लिया गया है। जिलाधिकारी जितेंद्र सोनी ने कहा कि घटना के बाद से प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है और बचाव कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। प्रभावित क्षेत्र में आसपास के अस्पतालों से अतिरिक्त मेडिकल सहायता भी भेजी गई है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का शोक संदेश और प्रशासनिक निर्देश
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस भीषण हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर इस घटना में हताहत हुए नागरिकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने लिखा, "जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गैस टैंकर में आग लगने की घटना में नागरिकों के हताहत होने का दुःखद समाचार सुनकर मन अत्यंत व्यथित है। घटना की सूचना मिलते ही एसएमएस अस्पताल जाकर चिकित्सकों को तत्काल आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं घायलों की समुचित देखभाल हेतु निर्देशित किया। प्रशासन द्वारा बचाव कार्य निरंतर जारी है। स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं पूरी तत्परता से कार्यरत हैं। प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने परम धाम में स्थान, शोक संतप्त परिवारजनों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।"मुख्यमंत्री ने एंबुलेंस और राहत कार्यों की दिशा में त्वरित कदम उठाने की प्रक्रिया की पुष्टि की और प्रशासनिक अधिकारियों को घायलों के उपचार में किसी प्रकार की कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने प्रशासन से इस घटना के कारणों की जांच करने की बात भी कही है।
एसएमएस अस्पताल और अन्य मेडिकल सुविधाओं में भारी तैयारियाँ
एसएमएस अस्पताल में घायलों के इलाज के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद अस्पताल के अधिकारियों ने मरीजों के इलाज के लिए अतिरिक्त चिकित्सा संसाधन उपलब्ध कराए हैं। अस्पताल में अस्पताल के सभी डॉक्टरों और स्टाफ को आपातकालीन कक्ष में तैनात किया गया था। बड़ी संख्या में घायल व्यक्तियों के इलाज के लिए अस्पताल में अतिरिक्त बेड और चिकित्सा उपकरण भी भेजे गए।
जयपुर पुलिस और प्रशासन की सक्रियता
घटना के तुरंत बाद जयपुर पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने पूरे इलाके को घेर लिया था। पुलिस ने घटना के स्थल से तत्काल यातायात को रोकते हुए दुर्घटनास्थल के पास आवागमन को सुरक्षित किया। प्रशासन ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है, और यह माना जा रहा है कि ट्रक की टक्कर के कारण गैस टैंकर में आग लगने की घटना हुई थी। इसके अलावा, राहत कार्यों के दौरान सड़कों पर भारी जाम की स्थिति बन गई, जिससे स्थानीय लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
घटना के कारणों की जांच जारी
स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने इस घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि गैस टैंकर और सीएनजी ट्रक के बीच टक्कर की वजह से हादसा हुआ था। हालांकि, इस बात की पुष्टि के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि दुर्घटना की पूरी जानकारी सामने आने में कुछ समय लगेगा, लेकिन वे इस हादसे की सभी जानकारी जल्द ही सार्वजनिक करेंगे।