Edited By Parveen Kumar,Updated: 10 Nov, 2024 05:45 PM
वाराणसी के मलहिया गांव में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की तरफ से 40 कुंवारी लड़कियों को गर्भवती घोषित कर दिया गया।
नेशनल डेस्क : वाराणसी के मलहिया गांव में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की तरफ से 40 कुंवारी लड़कियों को गर्भवती घोषित कर दिया गया। यह घटना तब हुई, जब इन लड़कियों को एक मैसेज मिला, जिसमें बताया गया कि उनका पोषण ट्रैकर में पंजीकरण सफलतापूर्वक हो गया है और वे आंगनबाड़ी केंद्र से गर्भवती महिलाओं के लिए सेवाएं जैसे स्तनपान पर परामर्श, स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण और पोषक आहार प्राप्त कर सकती हैं।
यह मैसेज पाकर लड़कियों और उनके परिवारों में घबराहट फैल गई। मामले की शिकायत गांव के प्रधान के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी (CDO) से की गई, और फिर जांच शुरू हुई। जांच में पता चला कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने गलती से इन लड़कियों को गर्भवती महिलाओं के लिए पंजीकरण वाले सिस्टम में पंजीकृत कर दिया था।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की सेवाएं आमतौर पर गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए होती हैं, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने एक मानवीय भूल के कारण वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए पंजीकरण कर रही युवतियों का पंजीकरण पोषण ट्रैकर में कर दिया, जिससे उन्हें गर्भवती होने का संदेश भेजा गया।
इस गलत संदेश में लिखा था, "बधाई हो! आपका बच्चा पोषण ट्रैकर में सफलता पूर्वक पंजीकृत हो गया है, और आप आंगनबाड़ी केंद्र से स्तनपान पर परामर्श, वृद्धिमाप, स्वास्थ्य सेवाएं, और टीकाकरण जैसी सुविधाएं ले सकती हैं।" इसके अलावा, एक अन्य मैसेज में यह भी कहा गया था कि इन लड़कियों को टेक होम राशन (THR) दिया गया है।
गांव के प्रधान पति अमित पटेल ने बताया कि इस मैसेज को पाकर वह परेशान हो गए और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से इस बारे में पूछा। कार्यकर्ता ने यह गलती स्वीकार की, लेकिन जब 35-40 लड़कियों को यह संदेश भेजा गया, तो यह सवाल उठता है कि इतनी बड़ी गलती कैसे हो सकती है।
प्रधान ने कहा कि इस मामले की शिकायत सीडीओ से की गई है, और उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस मामले की पूरी जांच की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि आंगनबाड़ी सेवाओं के वितरण में ऐसी गलतियां नहीं होनी चाहिए, क्योंकि सरकार का पोषण योजना जरूरतमंदों तक सही तरीके से पहुंचनी चाहिए।