Edited By Pardeep,Updated: 11 Jan, 2025 10:11 PM
एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली में 15 नवंबर 2024 से 10 जनवरी 2025 के बीच ‘‘सर्दी के कारण'' कम से कम 474 बेघर लोगों की मौत हो गई है।
नई दिल्लीः एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली में 15 नवंबर 2024 से 10 जनवरी 2025 के बीच ‘‘सर्दी के कारण'' कम से कम 474 बेघर लोगों की मौत हो गई है। बेघरों के कल्याण के लिए काम करने वाले गैर-सरकारी संगठन ‘सेंटर फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट' (सीएचडी) द्वारा किए गए दावे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सीएचडी ने दिल्ली के मुख्य सचिव धर्मेंद्र और दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि धवन को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने पुलिस के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि ऐसी आशंका है कि राष्ट्रीय राजधानी में बरामद हुए ‘‘अज्ञात शवों'' में से 80 प्रतिशत शव बेघर व्यक्तियों के हैं। एनजीओ ने दावा किया, ‘‘दिल्ली में ‘सर्दियों', गर्म कपड़ों, कंबल या पर्याप्त आश्रय जैसे आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों की अनुपलब्धता के कारण 15 नवंबर 2024 से 10 जनवरी 2025 के बीच 474 बेघर लोगों की मौत हुई।''
सीएचडी ने यह भी बताया कि सड़कों पर रहने वाले लोगों को अनेक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें श्वसन संक्रमण, त्वचा रोग, गठिया रोग और बिगड़ता मानसिक स्वास्थ्य शामिल हैं। संगठन ने बताया, ‘‘अस्थमा, ‘क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज' (फेफड़ों से संबंधित बीमारी) और हृदय संबंधी रोग जैसी दीर्घकालिक बीमारियां, शून्य से नीचे के तापमान हो जाने पर और भी बदतर हो जाती हैं, जिससे गंभीर जटिलताओं और यहां तक कि मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।''
एनजीओ ने अधिकारियों से आश्रय क्षमता बढ़ाने, गर्म पानी और गर्म कपड़े जैसी आवश्यक सेवाएं प्रदान करने तथा समावेशी आवास नीतियों और व्यापक सहायता सेवाओं के माध्यम से बेघर होने के मूल कारणों का समाधान करने का आग्रह किया है।