Edited By Mahima,Updated: 24 Dec, 2024 03:31 PM
दुनिया में कुछ ऐसे छोटे और अनोखे देश हैं जहां एक भी एयरपोर्ट नहीं है, जैसे वेटिकन सिटी, सैन मैरिनो, लिकटेंस्टाइन, अंडोरा और मोनाको। इन देशों की भौगोलिक स्थिति और आकार एयरपोर्ट निर्माण के लिए अनुकूल नहीं हैं, लेकिन पर्यटक नजदीकी एयरपोर्ट्स और परिवहन...
नेशनल डेस्क: क्या आपने कभी सोचा है कि अगर किसी देश में एयरपोर्ट न हो तो वहां तक कैसे पहुंचा जा सकता है? यह सवाल तब और भी दिलचस्प हो जाता है जब हम बात करते हैं दुनिया के कुछ छोटे देशों की, जिनमें एयरपोर्ट का नामोनिशान तक नहीं है। इन देशों का आकार इतना छोटा होता है या भौगोलिक स्थिति इतनी जटिल होती है कि यहां एयरपोर्ट बनाना संभव नहीं हो पाता। लेकिन इन देशों की खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व के कारण यहां साल भर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। तो आइए जानते हैं उन देशों के बारे में, जहां एयरपोर्ट नहीं हैं, और लोग वहां कैसे पहुंचते हैं।
1. वेटिकन सिटी (Vatican City)
वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे छोटा और सबसे विशेष देश है। इसका क्षेत्रफल केवल 44 हज़ार वर्ग मीटर है, और यह इटली की राजधानी रोम के भीतर स्थित है। वेटिकन सिटी धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां पोप का निवास स्थान है और यह कैथोलिक धर्म का केंद्र है। वेटिकन सिटी का आकार इतना छोटा है कि यहां एयरपोर्ट बनाने के लिए जगह नहीं है। हालांकि, रोम का Fiumicino Airport (जिसे Leonardo da Vinci International Airport भी कहा जाता है) वेटिकन सिटी के सबसे नजदीकी एयरपोर्ट के रूप में कार्य करता है। यह एयरपोर्ट वेटिकन सिटी से सिर्फ 30-40 मिनट की दूरी पर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए पर्यटक रोम एयरपोर्ट से टैक्सी, बस या ट्रेन के माध्यम से वेटिकन सिटी पहुंच सकते हैं। रोम के ऐतिहासिक स्थल और वेटिकन सिटी की समृद्ध संस्कृति दोनों मिलकर इस स्थान को एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं।
2. सैन मैरिनो (San Marino)
सैन मैरिनो, यूरोप का एक बेहद छोटा और पहाड़ी देश है, जो इटली के अंदर स्थित है। यह दुनिया का सबसे पुराना गणराज्य माना जाता है, और इसकी स्थापना 301 ईस्वी में हुई थी। सैन मैरिनो का आकार मात्र 61.2 वर्ग किलोमीटर है, और यह पूरी तरह से इटली से घिरा हुआ है। यहां कोई एयरपोर्ट नहीं है, क्योंकि इसका क्षेत्रफल और भौगोलिक स्थिति एयरपोर्ट बनाने के लिए अनुकूल नहीं है। यहां आने वाले पर्यटक मुख्य रूप से Rimini Airport का इस्तेमाल करते हैं, जो इस देश के सबसे नजदीकी एयरपोर्ट के रूप में कार्य करता है। Rimini एयरपोर्ट सैन मैरिनो से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा, इटली के Bologna Airport और Ancona Airport भी पर्यटकों के लिए वैकल्पिक विकल्प हैं। एयरपोर्ट से सैन मैरिनो तक पहुंचने के लिए पर्यटक बस, टैक्सी, या निजी गाड़ियों का इस्तेमाल करते हैं।
3. लिकटेंस्टाइन (Liechtenstein)
लिकटेंस्टाइन एक बेहद छोटा और खूबसूरत देश है, जो स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच स्थित है। यह देश केवल 75 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, और यहां भी कोई एयरपोर्ट नहीं है। लिकटेंस्टाइन की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहां एयरपोर्ट का निर्माण करना तकनीकी रूप से कठिन है। हालांकि, इसके नजदीकी शहर ज्यूरिख (स्विट्जरलैंड) का Zurich Airport मुख्य हवाईअड्डा है। लिकटेंस्टाइन में कोई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट न होने के बावजूद, यह पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बना हुआ है। यहां के लोग ज्यादातर Zurich Airport से आते हैं, जो लिकटेंस्टाइन से लगभग 120 किलोमीटर दूर है। पर्यटक ट्रेन या बस द्वारा लिकटेंस्टाइन की राजधानी वदुज़ तक पहुंच सकते हैं, जो यूरोपीय संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों का एक अद्भुत संगम है।
4. अंडोरा (Andorra)
अंडोरा, जो यूरोप का 16वां सबसे छोटा देश है, पूरी तरह से पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह देश फ्रांस और स्पेन के बीच स्थित है, और यहां कोई एयरपोर्ट नहीं है। इसकी भौगोलिक स्थिति पहाड़ी होने के कारण यहां एयरपोर्ट बनाना बेहद मुश्किल है। हालांकि, अंडोरा के पास तीन निजी हेलीपैड जरूर हैं, जिनका इस्तेमाल खास परिस्थितियों में किया जा सकता है। अंडोरा जाने के लिए पर्यटक मुख्यतः Barcelona-El Prat Airport (स्पेन) या Toulouse-Blagnac Airport (फ्रांस) का सहारा लेते हैं। दोनों एयरपोर्ट्स अंडोरा से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। इन एयरपोर्ट्स से अंडोरा तक पहुंचने के लिए बस, कार, या अन्य सार्वजनिक परिवहन सेवाएं उपलब्ध हैं।
5. मोनाको (Monaco)
मोनाको, जो फ्रांस और इटली के बीच स्थित है, दुनिया के दूसरे सबसे छोटे देशों में से एक है। यहां भी कोई एयरपोर्ट नहीं है। मोनाको का क्षेत्रफल केवल 2.02 वर्ग किमी है, और यह अपने कसीनो, शानदार शाही महल और विश्व प्रसिद्ध Monte Carlo Grand Prix के लिए प्रसिद्ध है। यहां की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि एयरपोर्ट का निर्माण करना असंभव सा प्रतीत होता है। मोनाको में आने के लिए पर्यटक Nice Côte d'Azur Airport (फ्रांस) का इस्तेमाल करते हैं, जो मोनाको से लगभग 30 किलोमीटर दूर है। यह एयरपोर्ट मोनाको का प्रमुख प्रवेश द्वार है, और वहां से पर्यटक बस, ट्रेन, या निजी कार के जरिए मोनाको पहुंच सकते हैं। मोनाको का नजदीकी रेलवे स्टेशन भी एक प्रमुख परिवहन केंद्र है, जहां से यात्री यूरोप के अन्य हिस्सों से आसानी से पहुंच सकते हैं।
एयरपोर्ट न होने के बावजूद ये देश क्यों आकर्षक हैं?
इन देशों में एयरपोर्ट न होने के बावजूद, ये अपनी सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक महत्व, और अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इन देशों की छोटी सीमाएं और शांति इन्हें विश्वभर से आने वाले पर्यटकों के लिए खास बनाती हैं। इन देशों में यात्रा करने का अनुभव कुछ अलग ही होता है, क्योंकि यहां की नजदीकी और अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी सशक्त रहती है। इन देशों में यात्रा करने का एक और फायदा यह है कि ये मुख्यतः पर्यावरणीय दृष्टि से भी अनुकूल होते हैं, क्योंकि यात्री मुख्य रूप से सड़क मार्ग से या ट्रेन से यात्रा करते हैं, जिससे प्रदूषण में कमी आती है और इन क्षेत्रों की स्वच्छता बनी रहती है। इसके अलावा, इन देशों का आकार इतना छोटा होता है कि पर्यटक आसानी से साइकिल या पैदल यात्रा के जरिए इनकी प्रमुख आकर्षण स्थलों तक पहुंच सकते हैं।
वेटिकन सिटी, सैन मैरिनो, लिकटेंस्टाइन, अंडोरा, और मोनाको जैसे छोटे देशों में एयरपोर्ट न होने के बावजूद, इन देशों का पर्यटन व्यवसाय लगातार बढ़ रहा है। इन देशों की भौगोलिक स्थिति, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व, और सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है। इन देशों तक पहुंचने के लिए विभिन्न निकटवर्ती एयरपोर्ट्स और परिवहन विकल्प मौजूद हैं, जो यात्रा को सुविधाजनक बनाते हैं। यदि आप इन देशों में यात्रा करने का सोच रहे हैं, तो आपको इन देशों के अद्भुत अनुभव का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा, जो आपकी यात्रा को यादगार बना देगा।