Edited By Mahima,Updated: 18 Dec, 2024 09:56 AM
2024 में भारतीय रेलवे ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की, जिनमें 7,188 किलोमीटर रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण, न्यू पंबन ब्रिज का निर्माण, वंदे भारत एक्सप्रेस का विस्तार, हाइपरलूप परीक्षण ट्रैक का उद्घाटन और उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक की...
नेशनल डेस्क: भारतीय रेलवे ने वर्ष 2024 में कई ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिनसे न केवल रेल नेटवर्क का विस्तार हुआ है, बल्कि तकनीकी और परिचालन दक्षता में भी सुधार हुआ है। इस वर्ष के दौरान कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा किया गया, जिनमें रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण, हाइपरलूप ट्रैक की शुरुआत, और उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक जैसे प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इन उपलब्धियों ने भारतीय रेलवे को वैश्विक स्तर पर मजबूती दी है।
1. Electrification of rail lines: Achievement of 7,188 km
2024 में भारतीय रेलवे ने कुल 7,188 किलोमीटर रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण पूरा किया, जो कि प्रति दिन लगभग 14.5 किलोमीटर के बराबर है। यह आंकड़ा पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 के मुकाबले काफी अधिक है, जब 6,565 किलोमीटर का विद्युतीकरण किया गया था। विद्युतीकरण से न केवल पर्यावरण में सुधार होगा, बल्कि परिचालन लागत में भी कमी आएगी। यह रेलवे के स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ते कदम को दर्शाता है।
2. Construction of New Pamban Bridge
2024 में भारतीय रेलवे ने बहुप्रतीक्षित न्यू पंबन ब्रिज का निर्माण पूरा किया। यह ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है, जिसे 105 साल पुराने पंबन ब्रिज की जगह पर स्थापित किया गया है। इस ब्रिज के निर्माण से पंबन द्वीप से ताम्बारम के बीच रेल यात्रा को और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी। यह ब्रिज तकनीकी दृष्टि से एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
3. Expansion of Vande Bharat Express
वंदे भारत एक्सप्रेस, जो भारतीय रेलवे का प्रतीक बन चुकी है, ने 2024 में कई नए मार्गों पर अपनी सेवाएँ शुरू कीं। अब यह ट्रेन देश भर में 40 से अधिक मार्गों पर चल रही है। खासकर त्यौहारों और सर्दी के मौसम में विशेष सेवाओं के साथ वंदे भारत एक्सप्रेस ने यात्रियों को तेज़ और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान किया है। यह ट्रेनों की गति और आधुनिकता के प्रतीक के रूप में सामने आई है।
4. Inauguration of Hyperloop Test Track
भारत में पहला हाइपरलूप परीक्षण ट्रैक 2024 में चेन्नई के थाईयूर उपनगर में स्थापित किया गया। यह 410 मीटर लंबा ट्रैक, आईआईटी मद्रास के डिस्कवरी कैंपस में तैयार किया गया है, जो भविष्य में हाइपरलूप के परीक्षण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हाइपरलूप एक नवीनतम तकनीक है, जो अत्यधिक गति से यात्रा करने के लिए एक वैकल्पिक परिवहन साधन प्रदान करती है।
5. Udhampur-Srinagar-Baramulla Rail Link (USBRL) Project
उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना के तहत उधमपुर से श्रीनगर और बारामुल्ला तक रेल नेटवर्क को जोड़ने का काम पूरा हो गया। 2024 में इस परियोजना के अंतिम ट्रैक का काम सफलतापूर्वक पूरा हुआ, जिससे जम्मू और कश्मीर के कई महत्वपूर्ण शहरों को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ा गया। इस प्रोजेक्ट से कश्मीर घाटी में परिवहन की सुविधा बढ़ेगी और क्षेत्रीय विकास में मदद मिलेगी।
इस परियोजना के तहत 118 किलोमीटर लंबे काजीगुंड-बारामुल्ला खंड को 2009 में उद्घाटन किया गया था, और इसके बाद के चरणों में बनिहाल-काजीगुंड और उधमपुर-कटरा खंड का उद्घाटन हुआ। 2024 में रामबन जिले में उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक पर पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन का सफल परीक्षण किया गया। वर्ष 2024 भारतीय रेलवे के लिए कई प्रमुख उपलब्धियों का वर्ष रहा है। इन परियोजनाओं और सुधारों ने भारतीय रेलवे को न केवल तेज़, सुरक्षित और अधिक पर्यावरण मित्र बना दिया है, बल्कि रेलवे के समग्र नेटवर्क को एक नई दिशा दी है। आगामी वर्षों में रेलवे की और भी नई पहलें और विकास कार्य सामने आ सकते हैं, जो भारतीय परिवहन क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए तैयार हैं।