Edited By Rohini Oberoi,Updated: 24 Feb, 2025 08:28 AM

राजस्थान के झालावाड़ जिले के डग थाना क्षेत्र के पाडला गांव में 5 वर्षीय प्रह्लाद की बोरवेल में गिरने के कारण मौत हो गई। यह घटना रविवार को हुई थी जब प्रह्लाद खेलते वक्त एक ट्यूबवेल में गिर गया था। बच्चा 30 फीट गहरे बोरवेल में फंस गया था और उसे...
नेशनल डेस्क। राजस्थान के झालावाड़ जिले के डग थाना क्षेत्र के पाडला गांव में 5 वर्षीय प्रह्लाद की बोरवेल में गिरने के कारण मौत हो गई। यह घटना रविवार को हुई थी जब प्रह्लाद खेलते वक्त एक ट्यूबवेल में गिर गया था। बच्चा 30 फीट गहरे बोरवेल में फंस गया था और उसे निकालने के लिए तीन दिन तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया लेकिन सोमवार सुबह ऑपरेशन खत्म होने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।
घटना का विवरण
प्रह्लाद बागरी अपने माता-पिता के साथ खेत पर गया था। जैसे ही वे खेत में काम करने लगे प्रह्लाद बोरवेल के पास खेलते हुए उसमें गिर गया। यह बोरवेल 200 फीट गहरा था। घटनास्थल पर तुरंत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। पहले ग्रामीणों ने रस्सी डालकर बच्चे को निकालने की कोशिश की लेकिन बाद में एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कार्य किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान प्रह्लाद की रोने की आवाज भी सुनाई दी थी। उसे ऑक्सीजन देने के लिए पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा था लेकिन बोरवेल का पथरीला इलाका और गहराई बचाव कार्य को बहुत कठिन बना रहे थे। वहीं कोटा से एनडीआरएफ की एक टीम भी पहुंची और लगभग पांच घंटे के बाद बच्चे को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मृत्यु की पुष्टि और शव का पोस्टमार्टम
रेस्क्यू टीम ने अधिकारियों के सामने बच्चे की मृत्यु की पुष्टि की थी लेकिन शव को बाहर नहीं निकाला जा सका था। इसके बाद लोगों को वहां से हटा दिया गया और प्रह्लाद के शव को बाहर निकालकर सीधे अस्पताल भेजा गया। शव को डग चिकित्सालय की मोर्चरी में रखा गया जहां उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा।

रेस्क्यू ऑपरेशन में चुनौतियां
रेस्क्यू ऑपरेशन में बहुत सी चुनौतियां आईं क्योंकि बोरवेल की गहराई और पथरीला इलाका बचाव कार्य को मुश्किल बना रहे थे। हालांकि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने पूरी कोशिश की लेकिन इस ऑपरेशन में सफलता नहीं मिल पाई।
पिता ने हाल ही में खुदवाया था बोरवेल
सूचना के अनुसार प्रह्लाद के पिता ने तीन दिन पहले ही यह बोरवेल खुदवाया था और रविवार को यह हादसा हुआ। वहीं इस दुखद घटना ने पूरे गांव और इलाके को शोक में डाल दिया है।