Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 20 Apr, 2025 04:33 PM
दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक स्टूडेंट ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसी पोस्ट लिखी जो आज हजारों स्टूडेंट्स के दिल को छू रही है। पढ़ाई में टॉप करने के बाद भी जब एक इंटरनशिप तक नहीं मिली...
नेशनल डेस्क: दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक स्टूडेंट ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसी पोस्ट लिखी जो आज हजारों स्टूडेंट्स के दिल को छू रही है। पढ़ाई में टॉप करने के बाद भी जब एक इंटरनशिप तक नहीं मिली, तो हंसराज कॉलेज की फर्स्ट ईयर की टॉपर बिस्मा ने अपना दर्द LinkedIn पर शेयर किया। उसकी पोस्ट ना सिर्फ वायरल हुई बल्कि देशभर के युवाओं की हकीकत भी उजागर कर गई।
50 सर्टिफिकेट और 10 मेडल भी नहीं बने काम के
बिस्मा ने बताया कि उसके पास 50 सर्टिफिकेट और 10 मेडल हैं। वह अपनी क्लास की टॉपर भी है लेकिन फिर भी जब इंटर्नशिप के लिए अलग-अलग कंपनियों में अप्लाई किया तो हर जगह से रिजेक्ट कर दिया गया। इससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गई। बिस्मा ने अपनी वायरल पोस्ट में लिखा, "मैं टॉपर हूं लेकिन मुझे इंटर्नशिप नहीं मिल रही।" बिस्मा का कहना है कि उसे इस बात को समझने में वक्त लगा कि अकेले अच्छे नंबर होना काफी नहीं है, असली फर्क तो स्किल्स और प्रैक्टिकल नॉलेज से पड़ता है।
बिस्मा की बात सुनकर कई छात्रों ने साझा की अपनी कहानी
बिस्मा की इस पोस्ट के बाद कई स्टूडेंट्स ने कमेंट कर अपनी-अपनी कहानियां शेयर कीं। किसी ने कहा कि वो कॉलेज में गोल्ड मेडलिस्ट है लेकिन नौकरी के लिए अभी भी संघर्ष कर रहा है। तो किसी ने ये बताया कि कैसे प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस के बिना डिग्री होना आज के समय में अधूरा है।