Edited By Parveen Kumar,Updated: 06 Mar, 2025 08:11 PM

हर पिता के उपर बेटी की शादी एक तरह से बोझ माना जाता है, जब वह बाप अपनी बेटी की शादी करता है तो उसके सिर से अपनी जिंदगी का आधा भार उतर जाता है।
नेशनल डेस्क : हर पिता के उपर बेटी की शादी एक तरह से बोझ माना जाता है, जब वह बाप अपनी बेटी की शादी करता है तो उसके सिर से अपनी जिंदगी का आधा भार उतर जाता है। ऐसा ही एक अरबपति बाप ने अपनी बेटी की शादी में 550 करोड़ रुपये खर्च करके अपना फर्ज निभाया है, जबकि कुछ ही सालों में पिता का दिवालिय हो गया। दरअसल, यह कहानी प्रमोद मित्तल की, जिनका जीवन किसी फिल्म से कम नहीं है। एक वक्त वे दुनिया के सबसे अमीर लोगों में गिने जाते थे, लेकिन गलत निवेश और कानूनी विवादों ने उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल दी।
शानदार शादी बनी मुसीबत
2013 में प्रमोद मित्तल ने अपनी बेटी श्रृष्टि की शादी पर 550 करोड़ रुपये खर्च किए थे। यह शादी यूरोप की सबसे महंगी शादियों में से एक थी, जिसमें दुनियाभर से मेहमान बुलाए गए थे। लेकिन जरूरत से ज्यादा खर्च और खराब आर्थिक फैसलों ने उनके वित्तीय संकट को बढ़ा दिया।
अरबपति से दिवालिया बनने तक
प्रमोद मित्तल मशहूर उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल के छोटे भाई हैं। वे इस्पात इंडस्ट्रीज लिमिटेड (अब JSW इस्पात स्टील) के चेयरमैन रहे और ग्लोबल स्टील होल्डिंग्स नाम की कंपनी चलाई। उन्होंने बॉस्निया की एक कोक बनाने वाली कंपनी GIKIL के लिए गारंटी दी थी, लेकिन जब कंपनी कर्ज नहीं चुका पाई, तो पूरा भार उन पर आ गया। 2020 में लंदन की एक अदालत ने उन्हें दिवालिया घोषित कर दिया।
कानूनी विवादों में फंसे
2019 में प्रमोद मित्तल को बॉस्निया में धोखाधड़ी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। उन पर कंपनी के फंड के गलत इस्तेमाल का आरोप था, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो गई।
परिवार का समर्थन
प्रमोद मित्तल की पत्नी संगीता मित्तल और उनके तीन बच्चे हमेशा उनके साथ खड़े रहे। वहीं, उनके बड़े भाई लक्ष्मी मित्तल आज भी स्टील इंडस्ट्री के सबसे अमीर लोगों में शामिल हैं, जिनकी संपत्ति 18.5 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा है। यह कहानी दिखाती है कि पैसा हमेशा स्थायी नहीं होता और गलत फैसले किसी को भी आर्थिक संकट में डाल सकते हैं।