Edited By Pardeep,Updated: 24 Dec, 2024 09:34 PM
केरल के एक कॉलेज में आयोजित शिविर में भोजन करने के बाद बीमार हुए 60 एनसीसी कैडेट को अस्पताल में भर्ती कराया गया। आशंका है कि उनकी तबीयत विषाक्त भोजन के सेवन के कारण खराब हुई।
नेशनल डेस्कः केरल के एक कॉलेज में आयोजित शिविर में भोजन करने के बाद बीमार हुए 60 एनसीसी कैडेट को अस्पताल में भर्ती कराया गया। आशंका है कि उनकी तबीयत विषाक्त भोजन के सेवन के कारण खराब हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना 21 दिसंबर से शुरू हुए थ्रिक्काकारा के एक कॉलेज में 21 केरल बटालियन एनसीसी द्वारा आयोजित 10 दिवसीय संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (सीएटीसी) के दौरान सोमवार को हुई।
उन्होंने बताया कि भोजन विषाक्तता की शिकायत करने वाले छात्रों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया और इनमें से कई को कल रात छुट्टी दे दी गई। एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि एनसीसी ने इस घटना की विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
बयान में कहा गया, ‘‘थ्रिक्काकारा केएमएम कॉलेज में आयोजित एनसीसी शिविर में कैडेटों को हुई शारीरिक परेशानी के मद्देनजर तत्काल जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच कोल्लम के एनसीसी ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर सुरेश जी के नेतृत्व वाली समिति द्वारा की जाएगी।'' एनसीसी के कार्यवाहक अतिरिक्त महानिदेशक ने ब्रिगेडियर सुरेश के नेतृत्व वाली समिति को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
शिविर में भाग लेने वालों में 21 केरल बटालियन एनसीसी, एर्नाकुलम के अंतर्गत आने वाले स्कूलों और कॉलेजों के छात्र शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि रात करीब सात बजे खाना खाने के बाद शुरु में कुछ छात्रों ने बेचैनी की शिकायत की और फिर धीरे-धीरे यह संख्या बढ़कर 40 और फिर बाद में 60 हो गई। एनसीसी के एक बयान में कहा गया है कि दो बालिका कैडेट ने शुरू में शारीरिक परेशानी की शिकायत की थी, इसके बाद 13 और कैडेट ने भी परेशानी की शिकायत की।
इसमें कहा गया, ‘‘इन कैडेट को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उसके बाद मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। इसके बाद, 47 और कैडेट में भी इसी तरह के लक्षण दिखे, जिन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उनका बाह्य रोगी विभाग में इलाज किया गया और तुरंत वापस कैंप भेज दिया गया।'' कई छात्र, घटना के बाद शिविर पहुंचे अपने माता-पिता के साथ घर चले गए। अधिकारियों ने कहा कि भोजन के नमूने और खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए गए पानी के नमूने को परीक्षण के लिए भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि परीक्षण के परिणाम आने के बाद ही भोजन विषाक्तता का सही कारण पता चल सकेगा। इस बीच, घटना की खबर फैलने के बाद पुलिस ने शिविर क्षेत्र में कथित तौर पर उपद्रव मचाने के आरोप में बाहर से आए करीब 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों के अनुसार, 10 दिवसीय शिविर में 513 कैडेट (283 लड़के और 235 लड़कियां) शामिल हुए। घटना के बाद एनसीसी ने शिविर में दो दिन के अवकाश की घोषणा की