Edited By Harman Kaur,Updated: 01 Mar, 2025 03:38 PM
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गुजरात में द्वारका के भद्रभानजान महादेव मंदिर से हाल ही में एक शिवलिंग की चोरी का मामला सामने आया था, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। अब इस मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए एक ही परिवार के 8 सदस्यों को...
नेशनल डेस्क: गुजरात में द्वारका के भद्रभानजान महादेव मंदिर से हाल ही में एक शिवलिंग की चोरी का मामला सामने आया था, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। अब इस मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए एक ही परिवार के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह परिवार महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग को चोरी करके अपने घर ले गया था और वहां इसका अभिषेक किया।
शिवलिंग की चोरी के लिए किया 500 किलोमीटर का सफर
द्वारका में हर्षद के भद्रभानजान महादेव मंदिर से शिवलिंग चोरी होने के बाद शुरुआत में अधिकारियों को संदेह था कि इसे समुद्र में फेंक दिया गया है। हालांकि, बाद में पुलिस की जांच में यह सामने आया कि शिवलिंग को द्वारका से करीब 500 किलोमीटर दूर सबरकांथा जिले के हिम्मामनगर में एक परिवार ने चुराया था।
भतीजी का सपना था चुराने का कारण
शुरुआत में पुलिस ने पाया कि परिवार की एक लड़की को सपने में भेदभनजन महादेव के शिवलिंग के दर्शन हुए थे। सपना था कि अगर इस शिवलिंग को उनके घर में स्थापित किया जाएगा, तो यह उनके परिवार की समस्याओं को हल करेगा और समृद्धि लाएगा। इसी सपना के आधार पर, परिवार के सात से आठ सदस्य द्वारका गए और मंदिर की रेकी करने के बाद, शिवलिंग को चुरा लिया।
महाशिवरात्रि पर घर में किया स्थापित
चोरी के बाद, परिवार ने 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन इस शिवलिंग को अपने घर में स्थापित किया और पूजा-अर्चना की। पुलिस ने जांच के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और शिवलिंग को वापस बरामद कर द्वारका के मंदिर में पुनः स्थापित कर दिया।
क्या कहती है पुलिस?
द्वारका एसपी नीतिश पांडे ने बताया कि पुलिस ने सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों में महेंद्र मकवन, वानराज, मनोज, जगत और परिवार की 3 महिलाएं शामिल हैं। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है और इस चोरी की घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि विश्वास और अंधविश्वास के चलते लोग अजीब कदम उठा सकते हैं।