Edited By Radhika,Updated: 06 Jan, 2025 12:02 PM
आज के डिजिटल दौर में बच्चों से लेकर बड़ों के हाथ में हर समय मोबाइल फोन देखा जाता है। बड़ों से ज़्यादा बच्चों में मोबाइल की लत देखी जा रही है। हाल ही में इसी से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जहां एक 14 साल की बच्ची ने आत्महत्या कर ली।
नेशनल डेस्क: आज के डिजिटल दौर में बच्चों से लेकर बड़ों के हाथ में हर समय मोबाइल फोन देखा जाता है। बड़ों से ज़्यादा बच्चों में मोबाइल की लत देखी जा रही है। हाल ही में इसी से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जहां एक 14 साल की बच्ची ने आत्महत्या कर ली।
स्कूली छात्रा ने किया सुसाइड-
यह बच्ची गुजरात के सूरत शहर में स्थित स्कूल में 8वीं क्लास की छात्रा थी। बच्ची की मां ने जब उससे फोन मांगा तो बच्ची ने नाराज़ होकर सुसाइड कर लिया। इस मामले के सामने आने के बाद सब लोग हैरान है। इसके बाद से गुजरात सरकार राज्य के स्कूलों में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है।
लागू किया नया नियम-
गुजरात के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंसेरिया ने सूरत में हुई घटना पर दुख जताया है। उन्होंने बच्ची के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और कहा कि राज्य में इस तरह की घटना को रोकने के लिए नया नियम लागू किया जाएगा। गुजरात शिक्षा विभाग अब राज्य के सभी स्कूलों में मोबाइल फोन लाने पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है। इस नियम को सख्ती से लागू किया जाएगा। प्रफुल्ल पंसेरिया ने सभी माता-पिता से अपील की है कि वे छोटे बच्चों को कम उम्र में स्मार्टफोन न दें। इसके साथ ही उन्होंने स्कूलों में शिक्षकों से भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने का सुझाव दिया है।