Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Apr, 2025 04:12 PM
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस को भी चौंका दिया। एक 45 वर्षीय तलाकशुदा महिला ने अपने ही अपहरण और गैंगरेप की झूठी कहानी गढ़ी। इतना ही नहीं, इस झूठ को सच साबित करने के लिए उसने एक झोलाछाप डॉक्टर से अपने कंधे में...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस को भी चौंका दिया। एक 45 वर्षीय तलाकशुदा महिला ने अपने ही अपहरण और गैंगरेप की झूठी कहानी गढ़ी। इतना ही नहीं, इस झूठ को सच साबित करने के लिए उसने एक झोलाछाप डॉक्टर से अपने कंधे में गोली तक इंप्लांट करवा ली। महिला का आरोप था कि पांच लोगों ने उसे अगवा किया, कार में बैठाया और फिर तीन ने उसके साथ गैंगरेप किया। जब उसने भागने की कोशिश की तो उसे गोली मार दी गई। मामला सामने आते ही पुलिस एक्टिव हुई और जांच शुरू कर दी।
CCTV और मेडिकल रिपोर्ट ने खोल दी पोल
पुलिस ने जब इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो महिला की कहानी पर शक गहराने लगा। फुटेज में महिला एक टेम्पो में सफर करती दिखी और लगातार मोबाइल पर बात करती नजर आई। इसके अलावा, उसकी मेडिकल रिपोर्ट में भी गंभीर सवाल उठे। जिस कंधे पर गोली लगने की बात कही गई थी वहां सिर्फ एक कट का निशान था और गोली त्वचा की ऊपरी सतह पर फंसी मिली। डॉक्टर्स ने साफ किया कि यह गोली किसी ऑपरेशन से लगाई गई थी, गोली चलने से नहीं।
पुलिस पूछताछ में खुद कबूला सच
जब पुलिस ने महिला से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी सच्चाई उगल दी। महिला ने बताया कि उसने जानबूझकर यह कहानी बनाई ताकि कुछ लोकल नेता और व्यापारी फंस जाएं। उसके मुताबिक एक झोलाछाप डॉक्टर ने पैसे के बदले कंधे पर गोली लगा दी थी। महिला ने खुद ही अपहरण, हमले और रेप के झूठे सबूत तैयार किए थे ताकि आरोपियों को ब्लैकमेल किया जा सके। एएसपी मानुष पारीक ने बताया कि महिला के खिलाफ अब केस दर्ज किया जा रहा है। साथ ही गोली इंप्लांट करने वाले झोलाछाप डॉक्टर और पूरे घटनाक्रम में शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। महिला के खिलाफ अदालत में बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।