Edited By Rahul Singh,Updated: 02 Dec, 2024 04:18 PM
गिनी के दूसरे सबसे बड़े शहर एन'जेरेकोर में रविवार को एक फुटबॉल मैच के दौरान प्रशंसकों के बीच भयंकर झड़प हो गई, जिसमें कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी स्थानीय अस्पताल सूत्रों ने एएफपी (एएफपी न्यूज एजेंसी) को दी।
नैशनल डैस्क : गिनी के दूसरे सबसे बड़े शहर एन'जेरेकोर में रविवार को एक फुटबॉल मैच के दौरान प्रशंसकों के बीच भयंकर झड़प हो गई, जिसमें कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी स्थानीय अस्पताल सूत्रों ने एएफपी (एएफपी न्यूज एजेंसी) को दी। अस्पताल में काम करने वाले एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अस्पताल के शवगृह में शवों की लंबी कतारें हैं और गलियारों में भी शव पड़े हुए हैं।
एक गलती से चली गई जान
स्थानीय मीडिया और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह झड़प उस समय शुरू हुई जब एक विवादित रेफरी फैसले के बाद गुस्साए दर्शकों ने मैदान में घुसकर हंगामा किया। दर्शक रैफरी के एक फैसले से नाराज हो गए और झड़प इतनी भयंकर हो गई कि प्रशंसकों ने एन'जेरेकोर पुलिस स्टेशन में भी तोड़फोड़ की और आग लगा दी। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में फुटबॉल मैदान के बाहर अराजकता का दृश्य दिखाई दे रहा है, जिसमें सड़क पर बड़ी संख्या में शव पड़े हुए हैं। हालांकि, इन वीडियो की पुष्टि एएफपी नहीं कर सका है।
घटनास्थल और अस्पतालों की स्थिति
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, घटनास्थल पर और अस्पतालों में शवों का ढेर लगा हुआ है। एक अन्य डॉक्टर ने बताया कि दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। अस्पताल के गलियारों में शवों को रखने की जगह नहीं बची है।
यह मैच गिनी के जुंटा नेता मामादी डौम्बौया के सम्मान में आयोजित किया गया था। डौम्बौया ने 2021 में एक सैन्य तख्तापलट के माध्यम से सत्ता हथियाई थी। उन्होंने राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को अपदस्थ कर दिया और खुद को गिनी का राष्ट्रपति बना लिया। तख्तापलट के बाद डौम्बौया ने सेना के जनरल के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की और अब उन्होंने 2024 के अंत तक सत्ता को नागरिक सरकार के हवाले करने का अपना वादा वापस ले लिया है। हालांकि, डौम्बौया के समर्थकों ने अब उनकी उम्मीदवारी को अगले राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन देना शुरू कर दिया है। गिनी में 2025 में चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है।
गिनी की राजनीतिक स्थिति
गिनी, जो अपनी प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों के बावजूद एक गरीब देश बना हुआ है, दशकों से सत्तावादी सरकारों के शासन में रहा है। डौम्बौया उन सैन्य अधिकारियों में से एक हैं जिन्होंने पश्चिम अफ्रीका के अन्य देशों जैसे माली, बुर्किना फासो और नाइजर में भी सैन्य तख्तापलट के जरिए सत्ता पर कब्जा किया है। एन'जेरेकोर, जहाँ यह घटना घटी, गिनी के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक छोटा सा शहर है, जिसकी आबादी लगभग 200,000 है।
इस घटनाक्रम से जुड़ी चिंताएं
यह हिंसा गिनी में बढ़ते राजनीतिक तनाव और असहमति के बीच हुई है। गिनी के लोग लंबे समय से सत्ता के अस्थिर बदलाव, गरीबी और सत्तावादी शासन से जूझ रहे हैं। फुटबॉल मैच में हुई हिंसा और उसके बाद की अराजकता ने देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, जो पहले ही राजनीतिक संकट से गुजर रहा है।