Edited By Mahima,Updated: 27 Jan, 2025 10:16 AM
जयपुर में सविता ने अपनी सहेली ममता से शादी करने के लिए 15 लाख रुपए खर्च कर अपना लिंग परिवर्तन करवा लिया। सविता ने ललित सिंह के नाम से नया जीवन शुरू किया और दोनों ने शादी की। जब ममता के परिवार ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, तो पुलिस ने दोनों...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के जयपुर में एक दिलचस्प और भावुक कहानी सामने आई है, जहां एक युवती ने अपनी सहेली से शादी करने के लिए 15 लाख रुपए खर्च कर अपना लिंग परिवर्तन करवा लिया। यह घटना तब सामने आई, जब ममता नाम की लड़की के घरवाले उसकी शादी के लिए लड़का ढूंढ रहे थे और वह अचानक लापता हो गई।
कैसे हुई सविता और ममता की दोस्ती
मूल रूप से भरतपुर की रहने वाली सविता 2017 में अपनी बहन के साथ जयपुर पढ़ाई के लिए आई थी। जयपुर के सांगानेर इलाके में वह एक कोचिंग संस्थान में पढ़ाई करती थी, जहां उसकी दोस्ती ममता से हुई। दोनों के बीच अच्छी दोस्ती पनपी, और फिर यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दोनों का अधिकतर समय एक-दूसरे के साथ ही गुजरता था।
कब लिया जेंडर परिवर्तन का फैसला
कोरोना महामारी के दौरान, दोनों की मुलाकातें कम हो गईं, लेकिन फोन पर उनकी बातचीत लगातार जारी रही। 2021 में जब कोरोना का असर कम हुआ और स्थिति सामान्य हुई, तो सविता और ममता ने एक-दूसरे से मिलकर जीवनभर साथ रहने का फैसला किया। इस बीच, सविता ने अपने लिंग परिवर्तन को लेकर गंभीर बातचीत की और ममता से कहा कि वह लड़की से लड़का बनना चाहती है ताकि वे एक-दूसरे से शादी कर सकें।
10 महीने में लगे 15 लाख रुपए
सविता ने अपना लिंग परिवर्तन करवाने का निर्णय लिया और इसके लिए वह इंदौर के एक अस्पताल में गई। सविता ने इस सर्जरी के लिए अपने जीजा से मदद मांगी, जो डॉक्टर थे। इसके बाद, 31 मई 2022 को सविता ने लिंग परिवर्तन सर्जरी शुरू की। इस प्रक्रिया में तीन सर्जरियां हुईं और लगभग 10 महीने का समय लगा। इस पूरी प्रक्रिया पर 15 लाख रुपए का खर्चा आया। सर्जरी के बाद, सविता ने अपना नाम बदलकर ललित सिंह रख लिया और सभी जरूरी दस्तावेज भी ललित सिंह के नाम से बदलवाए। अब वह कानूनी तौर पर एक पुरुष बन चुके थे।
कैसे लिया शादी का निर्णय
ललित सिंह बनने के बाद, सविता और ममता ने जयपुर में आर्य समाज मंदिर में 24 नवंबर 2024 को शादी करने का निर्णय लिया। इस शादी में दोनों ने एक-दूसरे से वचन लिया और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शादी की। इसके बाद, ललित सिंह और ममता मथुरा में रहने लगे, जहां ललित सिंह ने मेडिकल कॉलेज में सुपरवाइजर की नौकरी शुरू की।
बी.एड करने के बहाने भरतपुर जाने का फैसला
शादी के बाद, ममता के परिवारवालों ने उसकी शादी के लिए लड़का ढूंढना शुरू कर दिया। इस दौरान ममता ने घर से बी.एड करने के बहाने भरतपुर जाने का फैसला किया और अपना फोन बंद कर दिया। इसके बाद, ममता के परिवार ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट सांगानेर थाने में दर्ज करवाई। पुलिस ने ममता का पता लगाने के लिए उसकी लोकेशन ट्रैक की, जो मथुरा के महावन इलाके में मिली। पुलिस ने मथुरा पहुंचकर जांच शुरू की और वहां पाया कि ममता का संपर्क उसके जीजा से था। पुलिस ने जीजा से पूछताछ की और पूरी कहानी सामने आई।
पुलिस द्वारा दोनों की वापसी
पुलिस ने सविता और ममता से बयान लिया और उन्हें जयपुर वापस लाकर गुमशुदगी के मामले में जांच की। दोनों ने पुलिस को बताया कि वे बालिग हैं और अपनी मर्जी से एक-दूसरे के साथ रह रहे हैं। दोनों ने पुलिस को अपनी सहमति पत्र भी दिए और इस पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद, पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया और वे फिर से मथुरा वापस लौट गए। यह घटना एक नयी सोच और प्यार के नाम पर समाज में हो रहे बदलाव को दर्शाती है। सविता और ममता ने समाज के तमाम मानदंडों को चुनौती देते हुए अपने दिल की सुनी और अपने रिश्ते को कानूनी रूप से मान्यता दिलाई।