Edited By Mahima,Updated: 28 Nov, 2024 11:39 AM
बागपत में एक सामूहिक विवाह सम्मेलन में एक शख्स ने 2,000 रुपये देकर किराए का दूल्हा मंडप में बैठा दिया। जांच के दौरान अधिकारियों को फर्जी आधार कार्ड मिलने पर दूल्हे का भांडा फूट गया। यह घटना सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल अन्य जोड़ों के बीच चर्चा...
नेशनल डेस्क: आपने अक्सर शादी में किराए पर कपड़े, बर्तन या टेंट देखे होंगे, लेकिन क्या कभी आपने किराए का दूल्हा सुना है? ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला बागपत जिले के इंद्रदेव इंस्टीट्यूट में हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन में सामने आया, जब एक शख्स 2,000 रुपये लेकर शादी में दूल्हा बनकर बैठ गया। यह घटना तब हुई जब सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान शादी के लिए कुल 300 फॉर्म आए थे, जिनमें से 265 जोड़ों का चयन किया गया। हालांकि, सम्मेलन में शामिल एक व्यक्ति ने शादी के लाभ के लालच में एक फर्जी दूल्हा भेज दिया।
फेरे के दौरान खुला राज
सामूहिक विवाह के दौरान सभी जोड़ों की जांच प्रॉबेशन विभाग द्वारा की गई थी, और पंडितों ने तभी फेरे की प्रक्रिया शुरू की। लेकिन जैसे ही फेरों के दौरान अधिकारियों को शक हुआ, उन्होंने दूल्हे का आधार कार्ड चेक किया। जांच में पाया गया कि दूल्हे का आधार कार्ड फर्जी था। इसके बाद सच सामने आया और सभी लोग दंग रह गए।
किराए के दूल्हे का खुलासा
जब अधिकारियों ने दूल्हे से पूछा, तो पता चला कि जिस शख्स ने शादी के लिए आवेदन किया था, वह खुद शादी में नहीं आया था। उसने 2,000 रुपये देकर एक किराए के दूल्हे को मंडप में बैठा दिया था। इस घटना के बाद तुरंत बिना कोई कार्रवाई किए उस फर्जी दूल्हे को मंडप से बाहर निकाल दिया गया।
जिम्मेदारों ने किया खुलासा
विवाह सम्मेलन के आयोजकों ने बताया कि शादी में दूल्हे का चयन पहले से किया गया था, लेकिन एक शख्स ने शादियों में मिलने वाले सामान के लालच में यह चाल चली। अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की और दूल्हे को मंडप से बाहर कर दिया। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोग इस अजीबोगरीब घटना पर चुटकियां लेने लगे। जहां एक ओर यह घटना मजेदार बनी, वहीं दूसरी ओर इसने शादी और समाज में धोखाधड़ी के मामलों की ओर भी ध्यान खींचा।