Edited By Parveen Kumar,Updated: 09 Mar, 2025 07:23 PM

कानपुर के बिल्हौर से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां जहां 5वीं कक्षा के एक छात्र का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। आरोपियों ने शव को कुएं में फेंकने के बाद परिवार से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
नेशनल डेस्क : कानपुर के बिल्हौर से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां जहां 5वीं कक्षा के एक छात्र का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। आरोपियों ने शव को कुएं में फेंकने के बाद परिवार से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मोबाइल लोकेशन के आधार पर एक आरोपी, नजर अली उर्फ हुसैन, को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी, अजहर उर्फ अज्जू, अभी फरार है।
पत्नी संबंध नहीं बना रही थी
पुलिस के पूछताछ करने के बाद आरोपी हुसैन ने बताया कि रमजान के महीने में पत्नी शरीरिक संबंध बनाने से मना कर रही थी, इसी कारण अपने दोस्त के साथ मिलकर गांव के 13 वर्षीय किशोर का अपहरण करने की साजिश रची। यहीं नहीं, आरोपियों की नीयत थी कि बच्चे से दुष्कर्म करने के बाद परिजनों से पैसे भी कमाए जाएं।
घटना का विवरण
पीड़ित छात्र रोज शाम को जिम जाता था। आरोपियों ने इस जानकारी का फायदा उठाकर उसे जिम से लौटते समय गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर बुलाया। वहां पहले से ही रस्सी और रॉड की व्यवस्था की गई थी। रात 8:30 बजे के करीब, दोनों ने बच्चे को पकड़कर रस्सी से बांध दिया। उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया और चीखने पर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। हालत बिगड़ने पर पीड़ित बेहोश हो गया, जिसके बाद दोनों ने रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। शव को कुएं में फेंकने के बाद परिवार से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
पुलिस कर रही जांच
पीड़ित के परिवार को 6 मार्च की सुबह फिरौती का मैसेज मिला, जिसमें लिखा था— 'तुम्हारा भाई हमारे पास है। अगर उसे जिंदा चाहते हो, तो शाम 5 बजे तक 10 लाख रुपये जुटा लो। पुलिस को खबर दी तो जान से मार देंगे।' परिवार ने पहले यह मैसेज नहीं देखा। जब कोई जवाब नहीं आया, तो खुद आरोपी हुसैन ने परिजनों को बच्चे का फोन चेक करने के लिए कहा, जिससे शक गहरा गया।
परिजनों ने जब पुलिस को सूचना दी, तो जांच में पाया गया कि मैसेज उसी फोन से भेजा गया था जो आरोपी के पास था। पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में लिया और तलाशी में मृतक का बंद मोबाइल उसकी जेब से बरामद हुआ। पूछताछ में उसने पूरी घटना स्वीकार कर ली।