Edited By Parveen Kumar,Updated: 30 Mar, 2025 09:16 PM

मलेशिया सरकार ने 130 साल पुराने हिंदू मंदिर को हटाकर वहां एक नई मस्जिद बनाने की मंजूरी दे दी है। इस फैसले से हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है। प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने नई मस्जिद की आधारशिला रखी, जिससे हिंदू समुदाय और कुछ धार्मिक...
इंटरनेशनल डेस्क : मलेशिया सरकार ने 130 साल पुराने हिंदू मंदिर को हटाकर वहां एक नई मस्जिद बनाने की मंजूरी दे दी है। इस फैसले से हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है। प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने नई मस्जिद की आधारशिला रखी, जिससे हिंदू समुदाय और कुछ धार्मिक संगठनों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
मंदिर हटाने के फैसले पर हिंदू समुदाय नाराज
यह मंदिर कुआलालंपुर में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल था, जहां कई भक्त पूजा करने आते थे। मंदिर को हटाने से हिंदू समुदाय के लोगों को धार्मिक अधिकारों के हनन का अहसास हो रहा है। स्थानीय हिंदू नेताओं ने इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह उनके समुदाय की पहचान पर हमला है और सरकार ने बिना पर्याप्त परामर्श लिए यह निर्णय लिया है।
मुस्लिम समूहों ने किया समर्थन, बढ़ा तनाव
जहां एक तरफ हिंदू समुदाय इस फैसले से नाराज है, वहीं कुछ मुस्लिम कट्टरपंथी समूहों ने मस्जिद निर्माण के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने इसे इस्लाम की जीत और धार्मिक एकता का प्रतीक बताया है। हालांकि, इस फैसले से देश में धार्मिक तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
प्रधानमंत्री की अपील, लेकिन असंतोष जारी
प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने मस्जिद की आधारशिला रखते हुए धार्मिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता की बात कही और सभी धार्मिक समुदायों को शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व बनाए रखने की अपील की। लेकिन उनकी बातें नाराज लोगों को शांत करने में नाकाम रही हैं।