जिसका डर था वही हुआ... भारत में पहुंचा मंकीपॉक्स का नया वैरिएंट 'क्लेड 1 बी', जानिए कितना है खतरनाक

Edited By Mahima,Updated: 24 Sep, 2024 12:47 PM

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भारत में मंकीपॉक्स का एक नया और खतरनाक वैरिएंट, जिसे 'क्लेड 1 बी' कहा जाता है, की पुष्टि हो गई है। यह वैरिएंट हाल ही में कांगो सहित कई देशों में फैलते हुए देखने को मिला है। अब भारत, अफ्रीका के बाहर तीसरा देश बन गया है, जिसमें इस वैरिएंट का मामला...

नेशनल डेस्क: भारत में मंकीपॉक्स का एक नया और खतरनाक वैरिएंट, जिसे 'क्लेड 1 बी' कहा जाता है, की पुष्टि हो गई है। यह वैरिएंट हाल ही में कांगो सहित कई देशों में फैलते हुए देखने को मिला है। अब भारत, अफ्रीका के बाहर तीसरा देश बन गया है, जिसमें इस वैरिएंट का मामला दर्ज किया गया है। 

क्या है क्लेड 1 बी?
क्लेड 1 बी वैरिएंट मंकीपॉक्स वायरस का एक प्रकार है, जो तेजी से फैलने की क्षमता रखता है। यह विशेष रूप से यौन संपर्क और निकट संपर्क के माध्यम से तेजी से फैलता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस वैरिएंट के प्रसार की दर अधिक है, जिससे यह सामान्य मंकीपॉक्स के मामलों की तुलना में अधिक खतरनाक हो सकता है।

केरल में पहला मामला
मलप्पुरम जिले के एक 38 वर्षीय व्यक्ति में इस वैरिएंट का पहला मामला पाया गया है, जो हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात से लौटे थे। यह व्यक्ति अब चिकित्सकीय देखरेख में है और उसकी स्थिति स्थिर बताई गई है। 

स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
मंकीपॉक्स के इस नए वैरिएंट के पहले मामले की पुष्टि के बाद, केरल का स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। राज्य सरकार ने मंकीपॉक्स मरीजों के लिए कई अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाने की योजना बनाई है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि सभी जिलों में आइसोलेशन सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं और हवाई अड्डों पर निगरानी को बढ़ाया गया है। नए दिशा-निर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे, जिससे इस वायरस के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।

परीक्षण के लिए है कैसी सुविधाएं
राज्य में पांच लैब में परीक्षण सुविधाएं स्थापित की गई हैं, और जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या को बढ़ाने का प्रस्ताव है। यह कदम संदिग्ध मामलों की जल्दी पहचान करने में मदद करेगा और संक्रमण के फैलाव को रोकने में सहायक होगा।

क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स के संक्रमण के लक्षण आमतौर पर बुखार, शरीर में दाने, सूजे हुए लिम्फ नोड्स, और शरीर में दर्द के रूप में होते हैं। यह संक्रमण आमतौर पर 2 से 4 सप्ताह के भीतर ठीक हो जाता है, और अधिकांश मरीज सामान्य उपचार से स्वस्थ हो जाते हैं।

विश्व स्तर पर स्थिति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में मंकीपॉक्स को एक बार फिर से सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में इस समय वायरस के कई मामले सामने आए हैं, जिसमें क्लेड 1 बी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, स्वीडन, थाईलैंड, बुरुंडी, केन्या, और युगांडा में भी इस वैरिएंट के मामलों की पुष्टि हुई है।

अन्य देशों में मंकीपॉक्स के मामले
- डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो: यहां 2024 में 5,399 मामले और 25 मौतें दर्ज की गई हैं। पिछले चार हफ्तों में 794 नए मामलों की पुष्टि हुई है।
- स्वीडन: 15 अगस्त को एक नए प्रकार के संक्रमण की पुष्टि हुई थी, जो अफ्रीकी महाद्वीप के बाहर पहला मामला था।
- थाईलैंड: 21 अगस्त को एक 66 वर्षीय यूरोपीय व्यक्ति में क्लेड 1 बी का मामला सामने आया था।
- बुरुंडी, केन्या, और युगांडा: इन देशों में भी क्लेड 1 बी के मामलों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन अभी तक कोई मौतें नहीं हुई हैं।

भारत में मंकीपॉक्स के क्लेड 1 बी वैरिएंट के पहले मामले की पुष्टि ने स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है। इस स्थिति में सभी नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें, साफ-सफाई का ध्यान रखें, और किसी भी संदिग्ध लक्षण के लिए तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें। सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करना और जानकारी साझा करना इस समय अत्यंत आवश्यक है।

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