Edited By Parminder Kaur,Updated: 08 Sep, 2024 05:16 PM
चंडीगढ़ के एक व्यक्ति सुमित स्याल ने फ्लिपकार्ट से एक मोबाइल फोन ऑर्डर किया था। लेकिन जब डिलीवरी बॉय ने पैकेट को खोला, तो सुमित के होश उड़ गए। पैकेट के अंदर असली मोबाइल की जगह एक डमी फोन था। सुमित ने इस घटना की शिकायत फ्लिपकार्ट से की, लेकिन कंपनी...
नेशनल डेस्क. चंडीगढ़ के एक व्यक्ति सुमित स्याल ने फ्लिपकार्ट से एक मोबाइल फोन ऑर्डर किया था। लेकिन जब डिलीवरी बॉय ने पैकेट को खोला, तो सुमित के होश उड़ गए। पैकेट के अंदर असली मोबाइल की जगह एक डमी फोन था। सुमित ने इस घटना की शिकायत फ्लिपकार्ट से की, लेकिन कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। फ्लिपकार्ट ने अपनी जिम्मेदारी से इंकार कर दिया। इसके बाद सुमित स्याल के पास कोई विकल्प नहीं बचा और उन्होंने चंडीगढ़ की जिला कंज्यूमर कोर्ट में याचिका दायर की। सुमित का कहना है कि इस घटना से उन्हें न केवल मानसिक तनाव हुआ बल्कि उन्होंने आर्थिक रूप से भी नुकसान उठाया। अब वे कोर्ट के माध्यम से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
कोर्ट ने सुनाया ये फैसला
सुमित स्याल की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने फ्लिपकार्ट को 10,000 रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है। इसके साथ ही फ्लिपकार्ट को 29,890 रुपये का मोबाइल फोन का दाम भी लौटाने का आदेश दिया गया है। यह राशि सालाना 9 फीसदी ब्याज के साथ वापस करनी होगी।
सुमित स्याल ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने फ्लिपकार्ट के माध्यम से ऑनलाइन एक मोबाइल फोन ऑर्डर किया था। यह घटना 25 सितंबर 2019 की है, जब उन्होंने 29,890 रुपये का भुगतान किया था, जब सुमित ने पैकेट खोला, तो अंदर एक डमी मोबाइल फोन देखकर चकित रह गए।
सुमित ने डमी फोन की फोटो लेकर फ्लिपकार्ट से शिकायत की, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसके बाद सुमित ने न्याय के लिए कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट ने इस मामले में फ्लिपकार्ट के खिलाफ फैसला सुनाते हुए मुआवजा और मोबाइल की कीमत वापस करने का आदेश दिया है।
फ्लिपकार्ट ने कही ये बात
फ्लिपकार्ट और ईकार्ट लॉजिस्टिक्स ने अदालत में दावा किया है कि सुमित की शिकायत पर विचार करने की कोई आवश्यकता नहीं है। फ्लिपकार्ट का कहना है कि यह एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है और उन्हें सीधे तौर पर किसी भी गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। वे केवल थर्ड-पार्टी सामान बेचने वालों और ग्राहकों के बीच लेनदेन को आसान बनाने के लिए एक मध्यस्थ की भूमिका निभाते हैं। इसलिए किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या समस्या के लिए फ्लिपकार्ट को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।