Edited By Rohini,Updated: 03 Jan, 2025 04:01 PM
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे से टेबल और कुर्सियां साफ करता हुआ नजर आ रहा है। दावा किया जा रहा था कि यह शख्स आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले का डिप्टी रजिस्ट्रार है। वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल...
नेशनल डेस्क। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे से टेबल और कुर्सियां साफ करता हुआ नजर आ रहा है। दावा किया जा रहा था कि यह शख्स आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले का डिप्टी रजिस्ट्रार है। वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। हालांकि बाद में इस वीडियो की असल सच्चाई सामने आई जिससे एक नई तस्वीर सामने आई है।
वीडियो की सच्चाई
जांच में सामने आया कि यह घटना ओडिशा राज्य के सिमली पंचायत की है न कि आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले की। वीडियो में दिखने वाला व्यक्ति आंध्र प्रदेश का डिप्टी रजिस्ट्रार नहीं बल्कि सिमली पंचायत का एग्जीक्यूटिव ऑफिसर प्रशांत कुमार स्वैन था। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वीडियो करीब दो साल पुराना है और उस समय भी यह घटना काफी विवाद का कारण बनी थी। घटना के बाद प्रशांत कुमार ने माफी मांगते हुए कहा था कि यह गलती काम के दबाव के चलते हुई थी और उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं होगी।
कानूनी कार्रवाई
इस मामले को लेकर ओडिशा के पुरी जिले के कोनार्क पुलिस स्टेशन में एक केस दर्ज किया गया था। प्रशांत कुमार स्वैन पर राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 2 के तहत कार्रवाई की गई थी। इस अधिनियम के तहत राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने को गंभीर अपराध माना जाता है और इसके लिए आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि वह बाद में माफी मांग चुके थे लेकिन कानूनी प्रक्रिया को गंभीरता से लिया गया था।
सोशल मीडिया पर गुस्से की प्रतिक्रिया
वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। कई यूजर्स ने इस वीडियो को शेयर करते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि "यह व्यक्ति राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर रहा है और इसकी अकड़ तब तक खत्म नहीं होनी चाहिए जब तक इसे सजा न मिले।" वहीं अन्य यूजर्स ने इसे "निंदनीय" और "बर्दाश्त से बाहर" करार दिया और तुरंत कार्रवाई की अपील की।
राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान
इस घटना ने यह स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय ध्वज और प्रतीकों का सम्मान करना हमारे नागरिकों की जिम्मेदारी है। इस प्रकार के मामलों में गलती को सुधारने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश की एकता, गौरव और स्वतंत्रता का प्रतीक है जिसका अपमान किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम से यह शिक्षा मिलती है कि हमें अपने राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान करना चाहिए और ऐसी घटनाओं को लेकर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसे मामलों का सामना न करना पड़े।