Edited By Radhika,Updated: 25 Dec, 2024 12:16 PM
सैंटा को देखकर बच्चे काफी खुश हो जाते हैं। सैंटा का किरदार निभाने वाले शख्स बच्चों को गिफ्ट और चाकलेट्स दे कर उनकी खुशियों को दोगुना करते हैं। इंग्लैंड के वेल्स में एक ऐसा शख्स है, जिसने न केवल बच्चों की खुशियों के लिए सैंटा क्लॉज का किरदार निभाया,...
नेशनल डेस्क: सैंटा को देखकर बच्चे काफी खुश हो जाते हैं। सैंटा का किरदार निभाने वाले शख्स बच्चों को गिफ्ट और चाकलेट्स दे कर उनकी खुशियों को दोगुना करते हैं। इंग्लैंड के वेल्स में एक ऐसा शख्स है, जिसने न केवल बच्चों की खुशियों के लिए सैंटा क्लॉज का किरदार निभाया, बल्कि इसे अपनी जिंदगी का ही एक हिस्सा बना लिया है।
डेली स्टार न्यूज के मुताबिक, वेल्स के स्वानसिया शहर के पास पेनलरगेर गांव में टेरी नाम का व्यक्ति रहता है। 72 साल के टेरी आज भी बच्चो के लिए सेंटा बनते हैं, वे पिछले 30 सालों से ये किरदार निभा रहे हैं। तब से लेकर आज तक वह इसी किरदार में जी रहे हैं। उन्होंने ने 30 साल पहले अपने एक दोस्त के कहने पर अनाथ बच्चों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में सैंटा क्लॉज बनने के लिए कहा।
30 सालों में नहीं बदली लुक-
टेरी ने अपने लुक भी सेंटा जैसी ही रखी। उनके बाल और दाढ़ी बिल्कुल सैंटा जैसे हैं। जब वे अपनी ड्रैस में नहीं होते तब भी बच्चे उन्हें सेंटा ही समझते थे। टेरी हर साल क्रिसमस के मौके पर कई स्कूलों और कार्यक्रमों में सैंटा क्लॉज बनकर जाते हैं। अपने गांव में वे सबके लिए सैंटा ही हैं।
सैंटा बनने के पीछे थी ये खास वजह-
टेरी की जिंदगी में सैंटा क्लॉज बनने की खास वजह उनकी पत्नी थीं, जो हर साल क्रिसमस के समय उन्हें सैंटा बनने के लिए प्रेरित करती थीं। वह टेरी से हमेशा कहतीं कि वह अपनी सैंटा क्लॉज की ड्रेस साथ रखें, ताकि छुट्टियों में वह बच्चों को खुशियों दे सकें।
पत्नी की मौत के बाद भी जारी रहा सिलसिला-
दिसंबर 2020 में, क्रिसमस ईव पर टेरी ने अपनी पत्नी को खो दिया और उस दिन उन्होंने अपनी पत्नी को अंतिम विदाई दी। इस गहरे दुख के बावजूद, टेरी ने सैंटा बनने का अपना सफर जारी रखा। उनका मानना था कि उनकी पत्नी यही चाहती थीं कि वह बच्चों के चेहरों पर खुशी लाते रहें और उनकी यादों को जिंदा रखते हुए सैंटा की भूमिका निभाते रहें।