Edited By Mahima,Updated: 01 Oct, 2024 11:15 AM
लखनऊ में एक व्यक्ति ने कैश ऑन डिलीवरी पर आईफोन ऑर्डर किया, जिसके बाद डिलीवरी मैन भरत साहू की हत्या कर दी गई। गजानन और उसके साथी ने साहू का गला घोंटकर शव को इंदिरा नहर में फेंक दिया। दो दिन तक गुमशुदगी के बाद परिवार ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने...
नेशनल डेस्क: लखनऊ के चिनहट इलाके में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने कैश ऑन डिलीवरी (सीओडी) ऑप्शन के तहत आईफोन ऑर्डर किया और उसके बाद डिलीवरी एजेंट की हत्या कर दी गई। यह घटना 23 सितंबर को हुई जब 30 वर्षीय डिलीवरी मैन भरत साहू आईफोन देने के लिए गजानन के घर गया था।
हत्या की घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, गजानन नाम का व्यक्ति फ्लिपकार्ट से लगभग ₹1.5 लाख का आईफोन ऑर्डर किया था और सीओडी विकल्प चुना था। डिलीवरी बॉय भरत साहू जब आईफोन लेकर उसके घर पहुँचे, तो गजानन और उसके साथी ने उन्हें वहां पर धोखे से पकड़ लिया। जानकारी के अनुसार, गजानन और उसके साथी ने साहू का गला घोंटकर हत्या कर दी और उसके शव को एक बोरे में डालकर इंदिरा नहर में फेंक दिया।
गुमशुदगी की रिपोर्ट
जब साहू दो दिन तक घर नहीं लौटे, तो उनके परिवार ने 25 सितंबर को चिनहट पुलिस स्टेशन में उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने साहू की कॉल डिटेल्स और उसकी लोकेशन को ट्रैक करने का प्रयास किया। इसी दौरान, गजानन का नंबर मिला, जिससे पुलिस ने उसकी दोस्त आकाश तक पहुँच बनाई।
पुलिस की कार्रवाई
डीसीपी शशांक सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान आकाश ने हत्या में अपनी भागीदारी स्वीकार कर ली। इस प्रकार, पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, पुलिस को अभी तक साहू का शव नहीं मिल पाया है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम नहर में साहू के शव को खोजने का प्रयास कर रही है।
मामले की गंभीरता
यह घटना न केवल एक हत्या की कहानी है, बल्कि यह हमें उन खतरों की याद दिलाती है जो ऑनलाइन खरीदारी के दौरान हो सकते हैं। ऐसे मामलों में सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखना अत्यंत आवश्यक है। लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और किसी भी संदिग्ध स्थिति की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए। लखनऊ में हुई यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है। यह दर्शाता है कि कैसे ऑनलाइन खरीदारी के दौरान सुरक्षा को नजरअंदाज किया जा सकता है। पुलिस की कार्रवाई इस मामले में बहुत महत्वपूर्ण है, ताकि ऐसे अपराधियों को सजा दिलाई जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।