Edited By Mahima,Updated: 20 Jun, 2024 12:57 PM
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के दीवानगंज और सलामतपुर के बीच कर्क रेखा स्थित है। हर साल 21 जून को ये जगह एक अनोखी प्राकृतिक घटना का गवाह बनती है। इस दिन दोपहर 12 बजे, यहां खड़े किसी भी व्यक्ति की परछाई गायब हो जाती है, जिससे यह स्थान 'नो शैडो जोन' के...
नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के दीवानगंज और सलामतपुर के बीच कर्क रेखा स्थित है। हर साल 21 जून को ये जगह एक अनोखी प्राकृतिक घटना का गवाह बनती है। इस दिन दोपहर 12 बजे, यहां खड़े किसी भी व्यक्ति की परछाई गायब हो जाती है, जिससे यह स्थान 'नो शैडो जोन' के नाम से प्रसिद्ध हो गया है। गौरतलब है कि इस अनोखी घटना का कारण सूर्य की किरणों का 90 डिग्री लंबवत पड़ना है।
जब सूर्य सीधा सिर के ऊपर होता है, तो उसकी किरणें लंबवत रूप से जमीन पर पड़ती हैं, जिससे खड़े व्यक्ति की परछाई नहीं बनती। यह घटना 21 जून को कर्क रेखा के सटीक स्थान पर ही होती है। यह स्थल अब एक प्रमुख सेल्फी पॉइंट बन चुका है, जहां लोग इस अद्वितीय अनुभव को कैमरे में कैद करने के लिए आते हैं। भूगोल में पढ़ी गई कर्क रेखा को वास्तविक रूप में देखने और वहां खड़े होने का अहसास अपने आप में बेहद खास होता है। भोपाल से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित यह स्थान स्टेट हाइवे-18 पर दीवानगंज और सलामतपुर के बीच है।
यहां पहुंचकर इस अनोखी घटना का अनुभव करना किसी रोमांच से कम नहीं है। हर साल बड़ी संख्या में लोग इस दिन का इंतजार करते हैं और 'नो शैडो जोन' में जाकर अपनी परछाई गायब होने का अनुभव करते हैं। यह घटना न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि इसे देखने के लिए आने वाले लोगों के लिए भी यह एक यादगार पल बन जाता है।