Edited By Utsav Singh,Updated: 23 Sep, 2024 04:21 PM
कटिहार के मीनापुर रेलवे स्टेशन के पास रविवार शाम को एक बड़ा हादसा हुआ, जब वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। दुखद यह है कि शख्स का शव रेलवे ट्रैक पर 15 घंटे तक पड़ा रहा, जिसके चलते मामले में बड़ी लापरवाही देखने को मिली। इस घटना...
नेशनल डेस्क : बिहार के कटिहार रेल मंडल के मीनापुर रेलवे स्टेशन से एक चिंताजनक घटना की सूचना मिली है। वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई, और दुखद रूप से उसका शव 15 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा। यह घटना न केवल सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को भी दर्शाती है।
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GRP ने शव को कार्य क्षेत्र से बाहर बताते हुए छोड़ दिया
रविवार शाम को हुई इस घटना की सूचना मिलने पर बारसोई आरपीएफ के टीएन मिश्रा घटनास्थल पर पहुंचे और शव की निगरानी शुरू की। लेकिन जब शव का पोस्टमार्टम कराने की बात आई, तो स्थानीय थाना जीआरपी ने इसे अपने कार्य क्षेत्र से बाहर बताते हुए शव को छोड़ दिया। इसके चलते शव का निपटारा नहीं हो सका, और एक-दूसरे के कार्यक्षेत्र को लेकर कहासुनी होती रही।
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प्रशासन ने की कार्रवाई में देरी
15 घंटे के बाद, बारसोई के थाना अध्यक्ष ने अंततः शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल कटिहार भेजने का निर्णय लिया। हालांकि, शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पहले ट्रैक पर शव मिलने पर जीआरपी इसकी जिम्मेदारी लेती थी, लेकिन हाल में आए नए सर्कुलर के अनुसार, आउटर सिग्नल के बाहर किसी भी शव का निपटारा स्थानीय थाना करेगा।
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अधिकारियों की चुप्पी
इस मामले में जीआरपी, आरपीएफ और सिविल पुलिस सभी कुछ कहने से कतराते रहे हैं, जिससे स्थिति की गंभीरता और बढ़ गई है। यह घटना न केवल मानवता के लिए शर्मनाक है, बल्कि यह पुलिस और रेलवे प्रशासन के बीच संचार की कमी को भी उजागर करती है। ऐसे मामलों में प्रभावी और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।