Edited By Parminder Kaur,Updated: 31 Dec, 2024 02:28 PM
पंजाब सरकार चाइना डोर के उपयोग पर रोक लगाने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है, लेकिन इसके बावजूद चाइना डोर से हादसों का सिलसिला थम नहीं रहा। पिछले कुछ महीनों में कई गंभीर हादसे सामने आए हैं। चाइना डोर अब भी बाजार में बिक रही है, जिसे गट्टू भी कहा...
नेशनल डेस्क. पंजाब सरकार चाइना डोर के उपयोग पर रोक लगाने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है, लेकिन इसके बावजूद चाइना डोर से हादसों का सिलसिला थम नहीं रहा। पिछले कुछ महीनों में कई गंभीर हादसे सामने आए हैं। चाइना डोर अब भी बाजार में बिक रही है, जिसे गट्टू भी कहा जाता है। हाल ही में बटाला और गुरदासपुर के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के हादसे सामने आए हैं।
कटा युवक का गला
ताजा हादसा रविवार को गुरदासपुर के दीनानगर बाईपास पर हुआ। राहुल नामक युवक अपनी बाइक पर एचडीएफसी बैंक से लौट रहा था। तभी वह प्लास्टिक डोर की चपेट में आ गया। इससे उसका गला कट गया और उसे गले में पांच टांके लगाए गए। इस हादसे के बाद पीड़ितों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन चाइना डोर के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठा रहे हैं और केवल औपचारिकता निभाई जा रही है।
पांच दिसंबर को भी हुआ था हादसा
इससे पहले 5 दिसंबर को भी गुरदासपुर के गांधी स्कूल के पास एक हादसा हुआ था। नरिंदर शर्मा नामक युवक अपने मोटरसाइकिल पर जा रहा था। तभी उसकी गर्दन में प्लास्टिक डोर फंस गई। हालांकि उसकी बाइक की रफ्तार कम थी। फिर भी गहरे कट के कारण उसकी गर्दन पर 11 टांके लगाए गए। डॉक्टरों के अनुसार, यह हादसा और भी गंभीर हो सकता था, क्योंकि गहरे कट से श्वास नली को भी नुकसान हो सकता था। इसके बाद डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है कि वे प्लास्टिक डोर का इस्तेमाल बंद करें, क्योंकि यह जानलेवा साबित हो सकता है।