Edited By Anu Malhotra,Updated: 04 Dec, 2024 09:56 AM
भारत में डिजिटल बदलाव ने लोगों की जिंदगी को आसान बना दिया है। आधार या पैन कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज अपडेट करने से लेकर हर सेवा अब ऑनलाइन उपलब्ध है। लेकिन, इस सुविधा के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाला...
नेशनल डेस्क: भारत में डिजिटल बदलाव ने लोगों की जिंदगी को आसान बना दिया है। आधार या पैन कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज अपडेट करने से लेकर हर सेवा अब ऑनलाइन उपलब्ध है। लेकिन, इस सुविधा के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला कानपुर से सामने आया है, जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति ने अपने परपोते के पैन कार्ड के लिए आवेदन करते समय 7.7 लाख रुपये गंवा दिए।
कानपुर के सर्वोदय नगर के नवशील मोती विहार में रहने वाले 72 वर्षीय सुरेश चंद्र शर्मा ने अपने परपोते कनिष्क पांडे के लिए पैन कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन सर्च किया। 10 नवंबर को, उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर पाया और उस पर कॉल किया। कॉल पर बात करने वाले दो व्यक्तियों ने खुद को ग्राहक सेवा अधिकारी बताया और आवेदन प्रक्रिया के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक डिटेल्स की मांग की।
धोखाधड़ी कैसे हुई?
सुरेश शर्मा ने इसे सही मानकर सभी डिटेल्स साझा कर दीं। इसके बाद, स्कैमर्स ने उनकी बैंकिंग जानकारी का दुरुपयोग कर उनके खातों से दो बार पैसे डेबिट कर लिए। पहली बार 1,40,071 रुपये और दूसरी बार 6,30,071 रुपये की राशि निकाली गई। कुल मिलाकर, उन्हें 7.7 लाख रुपये का नुकसान हुआ। जब खाते से पैसे कटने की जानकारी मिली, तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने तुरंत बैंक और पुलिस को सूचना दी।
इस तरह के स्कैम से बचने के लिए ध्यान रखें:
ऑफिशियल पोर्टल का उपयोग करें: पैन कार्ड सेवाओं के लिए केवल NSDL या UTIITSL जैसी आधिकारिक वेबसाइटों का इस्तेमाल करें।
डिटेल्स साझा करने से बचें: आधार, पैन या बैंकिंग जानकारी केवल प्रमाणित प्लेटफॉर्म पर ही साझा करें।
फर्जी कॉल्स से सतर्क रहें: कस्टमर सपोर्ट के नाम पर आए कॉल्स और मैसेज पर तुरंत विश्वास न करें।
संदेह होने पर शिकायत करें: किसी भी धोखाधड़ी की आशंका होने पर पुलिस या साइबर अपराध पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।