Edited By Parveen Kumar,Updated: 05 Nov, 2024 03:20 AM
आम आदमी पार्टी (आप) ने नयी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद बांसुरी स्वराज पर लोगों को शहर के चिराग दिल्ली घाट पर इकट्ठा होने से रोककर छठ पर्व में विघ्न डालने की साजिश रचने का सोमवार को आरोप लगाया। घाटों पर छठ की...
नेशनल डेस्क : आम आदमी पार्टी (आप) ने नयी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद बांसुरी स्वराज पर लोगों को शहर के चिराग दिल्ली घाट पर इकट्ठा होने से रोककर छठ पर्व में विघ्न डालने की साजिश रचने का सोमवार को आरोप लगाया। घाटों पर छठ की तैयारियों को लेकर ‘आप' और भाजपा के बीच जुबानी जंग कई दिनों से जारी है। दरअसल, छठ के दौरान लाखों श्रद्धालु सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए घाटों पर इकट्ठा होते हैं। यह मुद्दा इसलिए अहम है, क्योंकि दिल्ली में बसे पूर्वांचली (उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के भोजपुरी बोलने वाले लोग) एक बड़ा वोट बैंक हैं। राष्ट्रीय राजधानी में लगभग डेढ़ करोड़ पात्र मतदाताओं में उनकी हिस्सेदारी 30 से 40 प्रतिशत के बीच है। दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।
ग्रेटर कैलाश से ‘आप' विधायक एवं शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस वार्ता में दावा किया कि पिछले आठ वर्षों में छठ पर्व बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाया गया है और इस बार यह तय योजना के मुताबिक मनाया जाएगा। भारद्वाज ने कहा, ‘‘इस बार भी दिल्ली सरकार ने सभी जरूरी अनुमतियां दे दी थीं और दिल्ली के 1,000 छठ घाटों में इस घाट का भी नाम है। लेकिन इस बार उन्हें लोगों को पूजा करने की इजाजत नहीं दी जा रही है। इस साजिश के पीछे बांसुरी स्वराज का हाथ है।''
भारद्वाज की टिप्पणी के जवाब में भाजपा ने कहा कि मंत्री के आरोपों ने लोगों की भावनाओं को ‘आहत' किया है। विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि ‘आप' सरकार छठ से पहले पर्याप्त संख्या में घाट तैयार करने में नाकाम रही है। भाजपा ने एक बयान में कहा, ‘‘यमुना नदी के गंदे पानी, नदी किनारे घाटों की कमी और 1,060 घाटों में से 800 से ज्यादा के निर्माण में देरी से पूर्वांचल के लोग आहत हैं। इसके अलावा, सौरभ भारद्वाज और ‘आप' के अन्य विधायकों द्वारा अस्थायी घाटों पर राजनीतिक कब्जा करने की कोशिशों ने भी लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।''