Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 08 Feb, 2025 01:33 PM
![aap government s scams will be investigated virendra sachdeva s statement](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_13_31_436300267sach-ll.jpg)
दिल्ली में भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने हाल ही में एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में SIT (Special Investigation Team) का गठन किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि दिल्ली में AAP (आम आदमी...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने हाल ही में एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में SIT (Special Investigation Team) का गठन किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि दिल्ली में AAP (आम आदमी पार्टी) द्वारा किए गए सभी घोटालों की गहरी जांच होगी। यह बयान अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के लिए फिर से मुश्किलें बढ़ा सकता है, क्योंकि SIT द्वारा की जाने वाली जांच में उन्हें फंसे जाने का डर है। भा.ज.पा. अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आते ही, पहली कैबिनेट बैठक में ही SIT का गठन किया जाएगा और इसके बाद दिल्ली सरकार द्वारा किए गए तमाम घोटालों की जांच शुरू होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी और चाहे वह कितना भी बड़ा मामला हो, उसकी पूरी जांच की जाएगी। भाजपा के इस कदम से यह उम्मीद जताई जा रही है कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसे वरिष्ठ नेता फिर से कानूनी शिकंजे में फंस सकते हैं।
सचिवालय में अधिकारियों को चेतावनी
वहीं दूसरी ओर, दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के हारते ही दिल्ली सचिवालय में आला अधिकारियों को तुरंत अपने कार्यस्थल पर पहुंचने का आदेश दिया गया है। रुझानों के अनुसार दिल्ली में भाजपा की जीत की संभावना के बीच, अधिकारियों को सरकारी दस्तावेज और डाटा की सुरक्षा के लिए तत्पर रहने को कहा गया है। यह कदम इस बात को संकेत देता है कि भाजपा के सत्ता में आते ही सरकारी दस्तावेजों की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाए जाएंगे।
केजरीवाल पर नया संकट
दिल्ली चुनाव में हार के बाद AAP नेता अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए एक नया संकट सामने आ गया है। भाजपा की योजना के अनुसार, SIT का गठन होने के बाद AAP द्वारा किए गए कई निर्णयों और कार्यों की जांच की जाएगी। इसमें भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर केजरीवाल और सिसोदिया की भूमिका पर सवाल उठाए जा सकते हैं। अगर जांच के दौरान गंभीर आरोप साबित होते हैं तो दोनों नेताओं के लिए जेल जाने का खतरा भी बढ़ सकता है।