Edited By Utsav Singh,Updated: 21 Nov, 2024 03:08 PM
दिल्ली में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) दोनों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। चुनावी माहौल गरमाने के साथ ही दोनों प्रमुख पार्टियां एक-दूसरे को घेरने की रणनीति पर काम कर रही हैं। एक तरफ केजरीवाल के आवास पर...
नई दिल्ली : दिल्ली में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP) दोनों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। चुनावी माहौल गरमाने के साथ ही दोनों प्रमुख पार्टियां एक-दूसरे को घेरने की रणनीति पर काम कर रही हैं। एक तरफ केजरीवाल के आवास पर पीएसी (Political Affairs Committee) की अहम बैठक चल रही है, जहां AAP दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा ने केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
AAP की रणनीति और PAC की बैठक
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है। अरविंद केजरीवाल के घर पर पीएसी (Political Affairs Committee) की एक अहम बैठक चल रही है, जिसमें पार्टी के उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की जा रही है। यह बैठक विशेष रूप से अहम मानी जा रही है क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब केवल तीन महीने का समय बाकी रह गया है। इस बैठक में आम आदमी पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी की जा सकती है। वर्तमान में दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के पास 58 विधायक हैं, और पार्टी को 2025 के चुनाव में अपनी सत्ता बरकरार रखने की पूरी कोशिश करनी होगी।
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BJP का आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा
वहीं, दूसरी तरफ भाजपा ने भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। भाजपा ने अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और लगातार उनका विरोध कर रही है। भाजपा ने अरविंद केजरीवाल के "शीशमहल" पर भी सवाल उठाए हैं, जो उनके दिल्ली में सरकारी आवास के लिए प्रयोग किया जाता है। भाजपा का आरोप है कि यह आलीशान महल जनता के पैसे से बनाया गया है, जबकि दिल्ली में कई समस्याएं मौजूद हैं।
कैलाश गहलोत, जो पहले आम आदमी पार्टी में थे, अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। वह भाजपा के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और मंच पर भी मौजूद थे। कैलाश गहलोत के शामिल होने से भाजपा को एक और राजनीतिक बढ़त मिल रही है, क्योंकि वे आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेताओं में से थे।
भाजपा का विरोध प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के मुख्यालय और अरविंद केजरीवाल के आवास से महज 300 मीटर की दूरी पर भाजपा ने एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया। इस प्रदर्शन में पार्टी के कई नेता शामिल हुए और उन्होंने केजरीवाल सरकार की नीतियों पर हमला किया। भाजपा का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में अच्छे प्रशासन का वादा किया था, लेकिन उनकी सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ गया है और जनता का पैसा गलत तरीके से खर्च हो रहा है।
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दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी
दिल्ली में विधानसभा चुनाव अब 2025 के शुरुआत में होने हैं, और दोनों ही प्रमुख पार्टियां चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं। आम आदमी पार्टी जहां चुनावी रणनीतियों पर ध्यान दे रही है, वहीं भाजपा भी अपनी ओर से जनता में यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि आम आदमी पार्टी सत्ता में आने के बाद अपनी प्राथमिकताओं से भटक गई है। इस समय दिल्ली में आम आदमी पार्टी की स्थिति मजबूत दिख रही है, लेकिन भाजपा अपनी ताकत झोंकने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। अब देखना यह होगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कौन सी पार्टी दिल्ली की जनता का विश्वास जीतने में सफल रहती है।
आम आदमी पार्टी का वर्तमान स्थिति
दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (AAP) के पास कुल 58 सीटें हैं, जबकि भाजपा के पास 8 सीटें हैं। हाल के दिनों में पार्टी के 4 विधायक बागी हो गए हैं। दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन मजबूत दिख रहा है, लेकिन भाजपा अब उनके खिलाफ पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है। यह चुनावी संघर्ष अब और भी दिलचस्प होता जा रहा है क्योंकि दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी ताकत और रणनीतियों के साथ मैदान में उतर चुकी हैं।