Edited By Pardeep,Updated: 08 Feb, 2025 10:35 PM
![aap rebel swati maliwal got angry when atishi danced in celebration of victory](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_22_35_30698052600-ll.jpg)
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख नेता आतिशी ने कालकाजी विधानसभा सीट पर बड़ी जीत दर्ज की है। आतिशी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमेश बिधूड़ी को 3500 से अधिक वोटों के अंतर से हराकर अपनी जीत सुनिश्चित की।
नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख नेता आतिशी ने कालकाजी विधानसभा सीट पर बड़ी जीत दर्ज की है। आतिशी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमेश बिधूड़ी को 3500 से अधिक वोटों के अंतर से हराकर अपनी जीत सुनिश्चित की। इस जीत से आम आदमी पार्टी को बीजेपी-शासित दिल्ली विधानसभा में अपनी आवाज को मजबूती से उठाने का अवसर मिलेगा।
जीत के बाद आतिशी अपने कार्यकर्ताओं के साथ बेहद उत्साहित नजर आईं और हरियाणवी सॉन्ग ‘बाप तो बाप रहेगा’ पर डांस किया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर इस डांस का वीडियो वायरल हो गया, जिसमें आतिशी और उनके साथ पार्टी कार्यकर्ता खुशी से झूमते हुए दिखाई दे रहे थे। डांस का यह वीडियो तेजी से फैलने के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का विषय बन गया। हालांकि, आतिशी के इस जश्न को लेकर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने तीखा बयान दिया।
स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए लिखा, “यह कैसा बेशर्मी का प्रदर्शन है? पार्टी हार गई, सभी बड़े नेता हार गए, और आतिशी मर्लेना (आतिशी का नाम) ऐसे जश्न मना रही हैं?” स्वाति के इस बयान ने इस मुद्दे पर एक नया मोड़ ला दिया और पार्टी के भीतर भी कुछ मतभेदों का संकेत दिया।
चुनाव प्रचार के दौरान, आतिशी और रमेश बिधूड़ी के बीच तीव्र बहसें और विवाद भी देखने को मिले थे। एक विशेष विवाद उस समय उत्पन्न हुआ जब रमेश बिधूड़ी ने आतिशी के नाम को लेकर टिप्पणी की थी। बिधूड़ी ने आरोप लगाया था कि आतिशी ने अपने सरनेम ‘मर्लेना’ को बदलकर ‘सिंह’ किया है, जिससे विवाद बढ़ गया। इसके जवाब में आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने पिता के बारे में बिधूड़ी की टिप्पणी का विरोध करते हुए आंसू बहाए और आरोप लगाया कि बिधूड़ी ने उनके परिवार के प्रति अपमानजनक व्यवहार किया है। यह संवेदनशील मुद्दा अंततः आतिशी के पक्ष में गया और उनकी जीत को और मजबूत किया।