Edited By Tanuja,Updated: 29 Jul, 2024 03:22 PM
अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति अल गोर ने मध्यम वर्ग और जलवायु संबंधी मुद्दों के पक्ष में तेल और गैस अधिकारियों के खिलाफ खड़े होने के कमला हैरिस...
New York: अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति अल गोर ने मध्यम वर्ग और जलवायु संबंधी मुद्दों के पक्ष में तेल और गैस अधिकारियों के खिलाफ खड़े होने के कमला हैरिस के लंबे रिकॉर्ड का हवाला देते हुए नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के रूप में उनका समर्थन किया है। हैरिस (59) अमेरिका में नवंबर में प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित उम्मीदवार हैं। उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन के इस दौड़ से हटने के बाद पिछले सप्ताह राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा की थी। हालांकि, अभी डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन्हें अपना आधिकारिक प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
अल गोर ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘‘इस वर्ष के चुनाव में अमेरिका तथा विदेशों में लोकतंत्र को मजबूत करने से लेकर अमेरिकी लोगों के लिए अवसरों का विस्तार करने, जलवायु परिवर्तन से निपटने में तेजी लाने तक बहुत कुछ दांव पर लगा है - मुझे राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस का समर्थन करने पर गर्व है।'' उन्होंने कहा, ‘‘अभियोजक के रूप में, कमला हैरिस ने बड़ी तेल कंपनियों का मुकाबला किया और जीत हासिल की। उपराष्ट्रपति के तौर पर उन्होंने इतिहास में जलवायु समाधानों में सबसे महत्वपूर्ण निवेश पारित करने संबंधी कानून में अहम योगदान दिया। हमें व्हाइट हाउस में इस तरह के जलवायु चैम्पियन की आवश्यकता है।'' इससे पहले, चार प्रमुख पर्यावरणीय समूहों ने राष्ट्रपति पद के लिए हैरिस का समर्थन किया।
उधर, मुंबई में जन्मे लेखक सलमान रुश्दी ने कमला हैरिस का समर्थन करते हुए कहा है कि वह हार तो नहीं सकती क्योंकि उपराष्ट्रपति हैरिस ही वह व्यक्ति हैं जो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को देश को सत्तावाद की ओर ले जाने से रोक सकती हैं। रुश्दी ने रविवार को एक डिजिटल कार्यक्रम 'साउथ एशियन मेन फॉर हैरिस' के दौरान हैरिस के प्रति अपना समर्थन जताया। इस कार्यक्रम में सांसदों, लेखकों, नीति विशेषज्ञों, उद्यमियों और प्रवासी संगठनों सहित भारतीय-अमेरिकी समुदाय की कई प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं। रुश्दी ने कहा, ‘‘यह एक महत्वपूर्ण क्षण है।
रुश्दी ने कहा मैं बंबई (अब मुंबई) का लड़का हूं और एक भारतीय महिला को ‘व्हाइट हाउस' (अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) के लिए चुनाव लड़ते देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। मेरी पत्नी अफ्रीकी-अमेरिकी है, इसलिए हमें यह बात पसंद है कि एक अश्वेत और भारतीय महिला ‘व्हाइट हाउस' के लिए चुनाव लड़ रही है।'' रुश्दी ने कहा कि यह जोश इसलिए है क्योंकि एक सप्ताह के भीतर ही अमेरिकी राजनीति में कुछ ‘‘असाधारण, परिवर्तनकारी'' घटित हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीदवार के तौर पर कमला हैरिस के आने से बातचीत का रुख पूरी तरह से बदल गया है और यह आशावाद और सकारात्मक, दूरगामी सोच के साथ बदला है।'' रुश्दी ने इस बात पर जोर दिया कि समुदाय को हैरिस को सफल बनाना होगा क्योंकि ‘‘हम विकल्प को जीतने नहीं दे सकते।''