Edited By Pardeep,Updated: 13 Dec, 2024 06:06 AM
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानपुर (आईआईटी-के) की 26 वर्षीय शोध छात्रा से बलात्कार के आरोपों से घिरे कानपुर के कलेक्टरगंज सर्किल में तैनात सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) का तबादला कर दिया गया है।
नेशनल डेस्कः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-कानपुर (आईआईटी-के) की 26 वर्षीय शोध छात्रा से बलात्कार के आरोपों से घिरे कानपुर के कलेक्टरगंज सर्किल में तैनात सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) का तबादला कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) के 2013 बैच के अधिकारी मोहसिन खान को कलेक्टरगंज से हटाकर लखनऊ में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुख्यालय से संबद्ध किया गया है। खान के खिलाफ छल-कपट से यौन संबंध बनाने के आरोप में कल्याणपुर थाने में बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी है।
‘आईआईटी-के' ने एक आधिकारिक बयान में इस मुश्किल घड़ी में पीड़ित छात्रा को सभी जरूरी सहायता उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकिता शर्मा ने बताया कि अधिकारी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की गहन छानबीन के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
पांच सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व सहायक पुलिस उपायुक्त (यातायात) अर्चना सिंह कर रही हैं। शर्मा ने बताया, "एसआईटी को विस्तृत जांच करने और तथ्यों व सुबूतों के आधार पर मामले का निपटारा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।" पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी एसीपी ने ‘साइबर क्राइम और क्रिमिनोलॉजी' में पीएचडी करने के लिए पांच महीने पहले आईआईटी-के में दाखिला लिया था। इस दौरान, उन्होंने कथित तौर पर शोध छात्रा से शादी का वादा करके उससे यौन संबंध बनाए। पीड़िता का आरोप है कि एसीपी ने अपनी पहली पत्नी को तलाक देने के बाद उससे शादी करने का वादा किया था लेकिन जब अधिकारी ने इनकार कर दिया, तो पीड़िता ने धोखाधड़ी और यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस उपायुक्त अंकिता शर्मा और अपर पुलिस उपायुक्त अर्चना सिंह ने पीड़िता से मिलने और उसके दावों की पुष्टि करने के लिए सादे कपड़ों में आईआईटी-के परिसर का दौरा किया। एक अधिकारी ने बताया, "प्रथम दृष्टया, एसीपी के खिलाफ आरोप विश्वसनीय लगते हैं। नतीजतन, उन्हें अपनी वर्तमान जिम्मेदारियों से हटा दिया गया है और स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए शहर से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया है।"
इस बीच, ‘आईआईटी-के' के निदेशक मणींद्र अग्रवाल ने इस घटना को लेकर अपने आधिकारिक बयान में कहा, ‘‘जैसा कि अब सर्वविदित है कि ‘आईआईटी-के' की एक छात्रा ने कानपुर शहर के एक पुलिस अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया है और शिकायत दर्ज कराई है। संस्थान इस कठिन समय में छात्रा को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के लिए शहर की पुलिस के भी आभारी हैं। हम जांच में उनका सहयोग कर रहे हैं। हम सभी से छात्रा की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करते हैं।''