Edited By rajesh kumar,Updated: 22 Dec, 2024 08:27 PM
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस ने अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है। पुलिस ने 175 बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की है, जो दिल्ली के आउटर इलाकों में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे थे। इन नागरिकों के खिलाफ जांच और...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस ने अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है। पुलिस ने 175 बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की है, जो दिल्ली के आउटर इलाकों में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे थे। इन नागरिकों के खिलाफ जांच और कार्रवाई जारी है।
गहन तलाशी और जांच शुरू
दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करने के लिए डिस्ट्रिक्ट फॉरेन सेल, स्पेशल यूनिट्स और अन्य पुलिस टीमों को मिलाकर एक बड़ा ऑपरेशन चलाया है। पुलिस ने घर-घर जाकर जांच की और संदिग्ध पाए गए 175 बांग्लादेशी नागरिकों से गहन पूछताछ की। इन नागरिकों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है, और उनकी पहचान की पुष्टि के लिए उनके मूल स्थानों पर भी पुलिस भेजी गई है।
जांच का उद्देश्य
पुलिस का कहना है कि यह सघन जांच प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक सभी संदिग्धों के दस्तावेजों की सही तरह से वेरिफिकेशन नहीं हो जाती। जांच के परिणामों के आधार पर, आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एमसीडी का भी ध्यान
दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों का मुद्दा लंबे समय से विवादों में है। इस पर हाल ही में दिल्ली नगर निगम (MCD) ने भी सख्त कदम उठाए हैं। एमसीडी के उपायुक्त ने स्कूलों को आदेश दिया है कि वे अवैध बांग्लादेशी छात्रों की पहचान करें और उनके नाम दर्ज करें। इसके साथ ही, एमसीडी ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि अवैध बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा किए गए अतिक्रमणों को तुरंत हटाया जाए।
इसके अलावा, एमसीडी ने जन स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया है कि अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के नवजात बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र जारी न किया जाए। एमसीडी ने इस पूरे मामले में 31 दिसंबर 2024 तक रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।