Edited By Anu Malhotra,Updated: 16 Jan, 2025 10:27 AM

अदानी ग्रुप के शेयरों में आज जोरदार उछाल देखा गया, जब हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने विवादास्पद रिपोर्ट को बंद कर दिया। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने पहले अदानी समूह के स्टॉक्स को भारी गिरावट में डाल दिया था, लेकिन अब उनके द्वारा इस रिपोर्ट को बंद करने...
नेशनल डेस्क: अदानी ग्रुप के शेयरों में आज जोरदार उछाल देखा गया, जब हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने विवादास्पद रिपोर्ट को बंद कर दिया। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने पहले अदानी समूह के स्टॉक्स को भारी गिरावट में डाल दिया था, लेकिन अब उनके द्वारा इस रिपोर्ट को बंद करने के बाद ग्रुप के स्टॉक्स में 9% तक की वृद्धि देखी जा रही है।
हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नेट एंडरसन ने सोशल मीडिया पर यह घोषणा की कि उन्होंने हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय लिया है। इस खबर के साथ ही अडानी समूह की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में 9 फीसदी तक की तेजी देखी जा रही है।
अडानी पावर, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एंटरप्राइजेज और अन्य कंपनियों के शेयरों में जोरदार वृद्धि दर्ज की जा रही है। अडानी पावर और अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 7.8 फीसदी तक चढ़े हैं, वहीं अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस और अंबुजा सीमेंट के शेयरों में भी अच्छी खासी बढ़त है। हालांकि, अडानी विल्मर के शेयरों में मामूली गिरावट देखने को मिली है।
यह उत्साह तब आया है जब हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी 2023 में अडानी समूह के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें समूह पर मार्केट मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड के गंभीर आरोप लगाए गए थे। इसके बाद अडानी के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिससे समूह का मार्केट कैपिटलाइजेशन 20 लाख करोड़ रुपये से घटकर 7.50 लाख करोड़ रुपये रह गया था।
हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नेट एंडरसन ने एक पोस्ट में बताया कि पिछले साल के अंत से उन्होंने अपनी टीम और परिवार के साथ इस कंपनी को बंद करने का निर्णय लिया था। एंडरसन के मुताबिक, कंपनी ने पोंजी स्कीमों से जुड़े अपनी आखिरी प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के बाद अपनी गतिविधियों पर विराम लगाया है।