Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Nov, 2024 06:59 PM
अमेरिकी जांच एजेंसी द्वारा अडानी ग्रुप पर आरोप लगाए जाने से भारतीय शेयर बाजार में हलचल मच गई। इस घटनाक्रम के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी बिकवाली देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप सेंसेक्स और निफ्टी में भी गिरावट आई। अडानी ग्रुप के शेयरों में 20%...
नेशनल डेस्क: अमेरिकी जांच एजेंसी द्वारा अडानी ग्रुप पर आरोप लगाए जाने से भारतीय शेयर बाजार में हलचल मच गई। इस घटनाक्रम के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी बिकवाली देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप सेंसेक्स और निफ्टी में भी गिरावट आई। अडानी ग्रुप के शेयरों में 20% तक की कमी आई, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ और उनका कुल संपत्ति मूल्य करीब 5.35 लाख करोड़ रुपये घट गया।
बाजार में सुधार
हालांकि, शुक्रवार को स्थिति कुछ बेहतर हुई। शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद अडानी ग्रुप के सभी प्रमुख शेयरों में खरीदारी शुरू हो गई और तेजी देखने को मिली। खासकर Adani Green Energy के शेयरों में 2% की वृद्धि हुई, जो पहले 10% तक गिर गए थे। अडानी पोर्ट्स और अडानी एंटरप्राइजेज में भी अच्छी खासी तेजी देखी गई।
अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट गुरुवार को अडानी ग्रुप के विभिन्न शेयरों में भारी गिरावट आई, जिनमें प्रमुख थे:-
Adani Enterprises: 22.52% गिरावट
Adani Energy Solutions: 20.00% गिरावट
Adani Green Energy: 18.68% गिरावट
Adani Total Gas: 10.73% गिरावट
Adani Ports: 13.56% गिरावट
Ambuja Cements: 11.65% गिरावट
ACC: 6.94% गिरावट
इन गिरावटों के साथ अडानी ग्रुप का कुल मार्केट कैप 2.5 लाख करोड़ रुपये घट गया था।
अमेरिकी जांच एजेंसी के आरोप अमेरिकी एजेंसी ने अडानी ग्रुप पर 2020 से 2024 के बीच रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है। जांच के मुताबिक, अडानी ग्रीन और एज्योर पावर ग्लोबल ने भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (लगभग 2,236 करोड़ रुपये) की रिश्वत दी थी, ताकि वे सोलर पावर प्रोजेक्ट्स हासिल कर सकें। इन परियोजनाओं में 2 अरब डॉलर से ज्यादा का मुनाफा होने का अनुमान था, और इसके लिए अडानी ग्रुप ने झूठे दावे करते हुए लोन और बॉंड्स जुटाए थे।
Hindenburg Research ने भी अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर इससे पहले, जनवरी 2023 में Hindenburg Research ने भी अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, जिससे शेयरों में भारी गिरावट आई थी। लेकिन इस बार अमेरिकी एजेंसी के आरोपों के बावजूद, बाजार ने 24 घंटे में स्थिति को संभाल लिया और अडानी ग्रुप के शेयरों में सुधार हुआ।
अडानी ग्रुप का बचाव अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह पूरी तरह से निराधार है। ग्रुप का कहना है कि वह हमेशा कानून के दायरे में काम करता है और सभी फैसले पारदर्शी होते हैं। अगला कदम गुरुवार की भारी बिकवाली के बाद शुक्रवार को अडानी ग्रुप के शेयरों में उछाल देखा गया। हालांकि, Adani Energy Solutions में थोड़ी गिरावट रही, जबकि अन्य शेयरों में 5% तक की तेजी आई। निवेशकों और विशेषज्ञों का मानना है कि इस मामले के बाद अडानी ग्रुप का प्रदर्शन बाजार में सुधार की ओर जा सकता है।