Edited By Mahima,Updated: 14 Jan, 2025 12:34 PM
सोशल मीडिया पर शॉर्ट-फॉर्म वीडियो देखने की लत से उच्च रक्तचाप और हाइपरटेंशन का खतरा हो सकता है। 4,318 लोगों पर किए गए अध्ययन से यह साबित हुआ है कि सोने से पहले सोशल मीडिया पर समय बिताने से ब्लड प्रेशर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। सोशल मीडिया के...
नेशनल डेस्क: आजकल सोशल मीडिया पर शॉर्ट-फॉर्म वीडियो देखने की आदत तेजी से बढ़ रही है, और हाल ही में किए गए एक अध्ययन में यह सामने आया है कि इस लत का शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, खासकर हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) और ब्लड प्रेशर के रूप में। यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल *यूरोपियन हार्ट जर्नल-डिजिटल हेल्थ* में प्रकाशित इस अध्ययन ने यह साबित किया है कि मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी एनर्जी के कम स्तर भी शरीर पर असर डाल सकते हैं, और यह ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन के स्तर को बढ़ा सकता है।
अध्ययन में शामिल 4,318 लोगों का डेटा
इस अध्ययन में कुल 4,318 युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोगों का डेटा विश्लेषित किया गया, जिन्होंने अपनी आदतों के बारे में जानकारी दी, खासकर सोने से पहले सोशल मीडिया पर बिताए गए समय के बारे में। इन प्रतिभागियों ने बताया कि वे सोने से पहले शॉर्ट-फॉर्म वीडियो देखना पसंद करते हैं। इस अध्ययन में यह पाया गया कि इस प्रकार के वीडियो देखने से युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोगों में उच्च रक्तचाप की समस्या काफी हद तक जुड़ी हुई थी। विशेष रूप से, जिन लोगों ने सोने से पहले लंबे समय तक मोबाइल फोन पर शॉर्ट-फॉर्म वीडियो देखे, उनका ब्लड प्रेशर सामान्य से ज्यादा पाया गया। अध्ययन के निष्कर्ष इस बात को सिद्ध करते हैं कि स्क्रीन पर बिताया गया समय, खासकर रात के समय, उच्च रक्तचाप की समस्या को बढ़ावा दे सकता है।
सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग से स्वास्थ्य पर असर
आजकल लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल विभिन्न कारणों से करते हैं। कुछ लोग इसका इस्तेमाल दोस्तों और परिवार से जुड़ने के लिए करते हैं, जबकि अन्य लोग न्यूज अपडेट्स, मनोरंजन या वर्तमान घटनाओं को जानने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं। हालांकि, सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल के साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी सामने आ रही हैं। इससे पहले यह माना जाता था कि सोशल मीडिया केवल मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है, लेकिन अब यह अध्ययन यह साबित कर रहा है कि इसका शारीरिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर हो सकता है, खासकर हाइपरटेंशन और ब्लड प्रेशर पर। सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताना लोगों को मानसिक थकान का शिकार बना सकता है, जिससे उनका शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
इंटरनेट पर अधिक समय बिताने से ब्लड प्रेशर पर असर
न्यूयॉर्क सिटी की मनोविश्लेषक डॉ. पेट्रीसिया ब्रैट, जो लिविंगस्टन और न्यूयॉर्क में प्रैक्टिस करती हैं, का कहना है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर (अब एक्स) जैसी सोशल मीडिया साइट्स अधिक उपयोग से लोगों को मानसिक रूप से थका सकती हैं। डॉ. ब्रैट का कहना है कि सोशल मीडिया कभी उत्साहवर्धक तो कभी पूरी तरह से निराशाजनक हो सकता है, और इससे मानसिक थकावट और शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। हाल ही में किए गए एक अन्य अध्ययन में यह पाया गया कि जो किशोर सप्ताह में कम से कम 14 घंटे इंटरनेट पर बिताते हैं, उनका ब्लड प्रेशर अधिक बढ़ा हुआ पाया गया। यह अध्ययन *जर्नल ऑफ स्कूल नर्सिंग* में प्रकाशित हुआ है और इसे इंटरनेट पर बिताए गए समय और उच्च रक्तचाप के बीच के संबंध को दर्शाने वाला पहला अध्ययन माना जा रहा है। इससे यह भी स्पष्ट हुआ है कि इंटरनेट पर अत्यधिक समय बिताने से न केवल मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, खासकर उच्च रक्तचाप के मामले में।
सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग और रक्तचाप की बढ़ोतरी
अध्ययन के आंकड़ों के अनुसार, सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से न केवल मानसिक तनाव बढ़ता है, बल्कि यह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है। इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अधिक समय बिताने से लोगों की नींद की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है, और लंबे समय तक जागने से उनकी शारीरिक स्थिति पर असर पड़ता है। जब लोग अपने मोबाइल फोन पर वीडियो या अन्य कंटेंट देखते हैं, तो उनकी नींद में खलल पड़ता है, जो अंततः ब्लड प्रेशर को प्रभावित करता है। युवा और किशोरों के लिए यह खतरा और भी बड़ा हो सकता है, क्योंकि उनका मानसिक और शारीरिक विकास तेजी से हो रहा होता है, और सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से उनका शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
इस अध्ययन से यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया और इंटरनेट का अत्यधिक उपयोग शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, खासकर हाइपरटेंशन और ब्लड प्रेशर के मामले में। इसलिए यह जरूरी है कि लोग सोशल मीडिया का उपयोग सीमित करें, विशेष रूप से सोने से पहले, ताकि उनका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रह सके। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर बिताए गए समय को नियंत्रित करना और अन्य स्वस्थ आदतों को अपनाना भी महत्वपूर्ण है।