Edited By Anu Malhotra,Updated: 05 Nov, 2024 08:41 AM
दिल्ली में एक दर्दनाक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टरों ने 15 वर्षीय आदित्य शर्मा के पेट से 56 धातु की वस्तुएं निकालने के एक दिन बाद उसकी मौत हो गई। आदित्य के पिता संचित शर्मा, जो एक मेडिकल प्रतिनिधि हैं, ने बताया...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में एक दर्दनाक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टरों ने 15 वर्षीय आदित्य शर्मा के पेट से 56 धातु की वस्तुएं निकालने के एक दिन बाद उसकी मौत हो गई। आदित्य के पिता संचित शर्मा, जो एक मेडिकल प्रतिनिधि हैं, ने बताया कि इस ऑपरेशन के बाद उनके इकलौते बेटे की मौत ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। नौवीं कक्षा में पढ़ने वाला आदित्य, हाथरस का रहने वाला था।
लगातार बिगड़ती हालत से हुआ मामले का खुलासा
संचित शर्मा ने बताया कि आदित्य को पेट में तेज दर्द और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। शुरुआत में उसे हाथरस के एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन सुधार न होने पर उसे जयपुर और फिर अलीगढ़ के अस्पताल में ले जाया गया। जयपुर में भी जांच के दौरान पेट में कुछ धातु की वस्तुएं होने का पता चला, लेकिन उसे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
अल्ट्रासाउंड से हुआ चौंकाने वाला खुलासा
जब आदित्य के लक्षण दोबारा उभरे, तो उसे अलीगढ़ में भर्ती किया गया, जहां उसकी सांस की तकलीफ को कम करने के लिए सर्जरी की गई। 26 अक्टूबर को हुए अल्ट्रासाउंड से पता चला कि आदित्य के पेट में लगभग 19 धातु की वस्तुएं थीं, जिसके बाद उसे नोएडा के एक अस्पताल रेफर कर दिया गया। नोएडा में स्कैनिंग से उसके पेट में कुल 56 धातु के टुकड़ों की पुष्टि हुई, जिसके बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भेजा गया।
सर्जरी के बाद हालत बिगड़ी
27 अक्टूबर को सफदरजंग अस्पताल में सर्जरी के दौरान आदित्य के पेट से घड़ी की बैटरी, ब्लेड, कील सहित 56 धातु की वस्तुएं निकाली गईं। डॉक्टर भी इस स्थिति से हैरान थे, क्योंकि ये वस्तुएं आदित्य के मुंह या गले के जरिए अंदर कैसे गईं, इसका कोई सबूत नहीं मिला। सर्जरी के बाद उसकी हालत गंभीर हो गई, उसकी हृदय गति तेज और रक्तचाप बहुत कम हो गया। सर्जरी के एक दिन बाद ही आदित्य की मृत्यु हो गई।
डॉक्टर भी चकित, कैसे पहुंची वस्तुएं पेट तक
डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा मामला उन्होंने पहले कभी नहीं देखा। आदित्य के पेट से तीन और धातु की वस्तुएं बाद में मिलीं। पिता संचित का कहना है कि डॉक्टरों ने अपने स्तर पर पूरा प्रयास किया, लेकिन नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था। आदित्य के पेट में इतनी सारी धातु की वस्तुएं कैसे पहुंचीं, यह एक रहस्य बना हुआ है।