Edited By Rohini Oberoi,Updated: 21 Mar, 2025 03:49 PM

एडोब भारत में अपने कारोबार के विस्तार के लिए उत्साहित है खासकर जब वह बड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी कर रहा है जिससे कंपनी की वैश्विक स्थिति मजबूत हो रही है। कैलिफोर्निया स्थित सॉफ्टवेयर कंपनी ने भारत को अपने अंतरराष्ट्रीय कारोबार का एक प्रमुख विकास...
नेशनल डेस्क। एडोब भारत में अपने कारोबार के विस्तार के लिए उत्साहित है खासकर जब वह बड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी कर रहा है जिससे कंपनी की वैश्विक स्थिति मजबूत हो रही है। कैलिफोर्निया स्थित सॉफ्टवेयर कंपनी ने भारत को अपने अंतरराष्ट्रीय कारोबार का एक प्रमुख विकास केंद्र मानते हुए यहां पिछले कुछ सालों में बेहतरीन वृद्धि दर्ज की है।
एडोब इंडिया की प्रबंध निदेशक प्रतिवा मोहपात्रा ने बताया कि कंपनी के लिए भारत एक अहम बाजार बन चुका है और इसके साथ ही एडोब ने विभिन्न उद्योगों से जुड़ी बड़ी कंपनियों जैसे एयर इंडिया, मारुति, इंडिगो, हीरो मोटर्स, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई के साथ अपने व्यापार को विस्तार दिया है।
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इसके साथ ही ऑनलाइन व्यापार में वृद्धि के कारण एडोब के उत्पादों का उपयोग करने वाले स्टार्टअप्स की संख्या में भी वृद्धि देखी जा रही है विशेषकर उपभोक्ता केंद्रित स्टार्टअप्स के बीच। मोहपात्रा ने कहा, "हमारे पास तकनीकी स्टार्टअप्स के साथ अच्छा तालमेल है और यह हमें बाजार में मजबूती से स्थापित करता है।"
एडोब के भारत में लंबे समय से मौजूद होने का कारण यह है कि कंपनी दक्षिण एशियाई देश में उत्पाद बनाने की योजना पर काम कर रही है। मोहपात्रा ने कहा, "हमारे पास तीन प्रमुख उत्पाद श्रेणियां हैं – डॉक्यूमेंट क्लाउड, क्रिएटिव क्लाउड और डिजिटल एक्सपीरियंस क्लाउड। इन तीनों क्षेत्रों में हमारे पास भारत में इंजीनियरों और डेवलपर्स की एक मजबूत टीम है।"
भारत में एडोब का ध्यान मुख्य रूप से रचनात्मक विकास, कोर टेक्नोलॉजी और क्लाउड सेवाओं पर केंद्रित है। कंपनी का लक्ष्य भारतीय बाजार में अपना ध्यान और अधिक बढ़ाना है।
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वहीं विस्तार योजनाओं के बारे में मोहपात्रा ने कहा कि एडोब के विस्तार के लिए नोएडा और बेंगलुरु ही प्राथमिक लक्ष्य बने रहेंगे। कंपनी ने बेंगलुरु में अपनी दूसरी इमारत भी तैयार की है लेकिन फिलहाल उसका कोई अन्य शहरों में विस्तार करने का विचार नहीं है। यह कंपनी की रणनीति का हिस्सा है ताकि प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के पास स्थित रहने से प्रतिभा का निरंतर संचार हो सके।
इसके साथ ही मोहपात्रा ने बताया कि भारत में एआई इंजीनियरों और डेटा वैज्ञानिकों जैसी भूमिकाओं के लिए जबरदस्त प्रतिस्पर्धा है क्योंकि कई कंपनियां इन विशिष्ट कौशलों वाले कर्मचारियों की तलाश में हैं। उन्होंने कहा, "डिजाइनरों, रचनात्मक व्यक्तियों और डेटा वैज्ञानिकों की मांग दिन-ब-दिन बढ़ रही है। यह मांग अब कॉलेजों के पाठ्यक्रमों में भी शामिल हो रही है।"