iPhone यूजर्स को चेतावनी! Apple डिवाइसों पर साइबर हमले के खतरे को लेकर जारी हुई एडवाइजरी

Edited By Mahima,Updated: 13 Nov, 2024 02:55 PM

advisory issued regarding the threat of cyber attack on apple devices

CERT-In ने Apple डिवाइसों, जैसे iPhone, iPad, MacBook और Safari ब्राउज़र के लिए चेतावनी जारी की है, जिसमें सुरक्षा खामियों के कारण साइबर हमले का खतरा बढ़ने की बात कही गई है। एजेंसी ने यूजर्स से तुरंत अपने डिवाइस को लेटेस्ट सॉफ़्टवेयर वर्ज़न से अपडेट...

नेशनल डेस्क: भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी, Indian Computer Emergency Response Team (CERT-In) ने Apple यूजर्स के लिए एक नई सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में CERT-In ने चेतावनी दी है कि iPhone, iPad, MacBook, और अन्य Apple डिवाइसों पर साइबर हमलों का खतरा बढ़ गया है। इसके साथ ही Safari ब्राउज़र और अन्य Apple सॉफ़्टवेयर भी इस खतरे से प्रभावित हो सकते हैं। इन डिवाइसों में पाई गई सुरक्षा खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स यूजर्स के पर्सनल डेटा तक पहुंच सकते हैं और साइबर अपराध कर सकते हैं।

CERT-In की चेतावनी और इसकी गंभीरता
CERT-In एक सरकारी संस्था है जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करती है और देश की साइबर सुरक्षा से जुड़े खतरों पर नज़र रखती है। हाल ही में इस एजेंसी ने Apple डिवाइसों के लिए जारी की गई एक एडवाइजरी में यह जानकारी दी है कि iOS, iPadOS, macOS, watchOS, tvOS, visionOS और Safari जैसे प्रमुख सॉफ़्टवेयर और उनके वर्ज़न्स में गंभीर सुरक्षा खामियां पाई गई हैं। CERT-In के अनुसार, इन खामियों के कारण Apple डिवाइसों को हैकर्स निशाना बना सकते हैं, जिससे यूजर्स का पर्सनल डेटा चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है।

Apple के कौन से डिवाइस प्रभावित हो सकते हैं?
CERT-In ने उन Apple डिवाइसों और सॉफ़्टवेयर वर्ज़न्स की सूची जारी की है, जो इस साइबर खतरे से प्रभावित हो सकते हैं। ये खामियां iPhone, iPad, MacBook और अन्य डिवाइसों को भी प्रभावित कर सकती हैं। प्रभावित वर्ज़न्स में शामिल हैं:

1. iOS और iPadOS वर्ज़न 18.1 से पहले के संस्करण
2. macOS Sequoia वर्ज़न 15.1 से पहले
3. macOS Sonoma वर्ज़न 14.7.1 से पहले
4. macOS Ventura वर्ज़न 13.7.1 से पहले
5. watchOS वर्ज़न 11.1 से पहले
6. tvOS वर्ज़न 18.1 से पहले
7. visionOS वर्ज़न 2.1 से पहले
8. Safari वर्ज़न 18.1 से पहले

इन सभी वर्ज़न्स में सुरक्षा खामियां पाई गई हैं, जो यूजर्स की निजी जानकारी चुराने, मैलवेयर या रैनसमवेयर जैसी खतरनाक प्रक्रियाओं का हिस्सा बनने और यहां तक कि डिवाइस के कार्य को बाधित करने की क्षमता रखती हैं। इसके अलावा, ये खामियां सर्विस डिनायल (DoS) जैसे हमलों को भी बढ़ावा दे सकती हैं, जिनमें सिस्टम को अस्थिर या नॉन-फंक्शनल बनाया जा सकता है।

साइबर हमलों से बचने के लिए CERT-In की सलाह
CERT-In ने Apple यूजर्स को सुरक्षित रहने के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है। एजेंसी ने कहा है कि सभी प्रभावित Apple डिवाइस के यूजर्स को तुरंत अपनी डिवाइस को लेटेस्ट सॉफ़्टवेयर वर्ज़न में अपडेट कर लेना चाहिए। Apple ने हाल ही में iPhone, iPad और MacBook के लिए iOS 18.1, iPadOS 18.1 और macOS अपडेट जारी किए हैं, जिनमें इन सुरक्षा खामियों को ठीक किया गया है। इसके अलावा, CERT-In ने सलाह दी है कि यूजर्स किसी भी अज्ञात लिंक या ईमेल पर क्लिक करने से बचें और हमेशा अपनी डिवाइस के सुरक्षा सेटिंग्स को जांचें। अगर कोई संदिग्ध गतिविधि महसूस हो, तो तुरंत Apple सपोर्ट से संपर्क करें।

कैसे प्रभावित हो सकते हैं डिवाइस?
इस प्रकार की सुरक्षा खामियां आमतौर पर सॉफ़्टवेयर बग्स के कारण होती हैं, जिनका फायदा हैकर उठाते हैं। अगर एक हैकर किसी डिवाइस में सेंध लगाता है, तो वह यूजर्स के निजी डेटा को चुरा सकता है, जैसे कि पासवर्ड, बैंकिंग जानकारी, कॉन्टैक्ट डिटेल्स, और अन्य संवेदनशील जानकारियां। इसके अलावा, हैकर मैलवेयर या वायरस इंस्टॉल कर सकता है, जो डिवाइस के संचालन को प्रभावित करता है। कुछ मामलों में, हैकर्स डिवाइस को रैनसमवेयर के जरिए लॉक भी कर सकते हैं, जिससे यूजर्स को अपनी फाइल्स वापस पाने के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं। Safari ब्राउज़र भी इस खतरे से प्रभावित हो सकता है, जो कि Apple डिवाइसों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हैकर्स Safari ब्राउज़र के जरिए उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत जानकारी को चुराने के लिए वेबसाइटों का शोषण कर सकते हैं, या फिशिंग हमलों का शिकार बना सकते हैं, जिसमें यूजर्स से धोखाधड़ी से जानकारी प्राप्त की जाती है।

यूजर्स को क्या कदम उठाने चाहिए?
Apple यूजर्स को अपनी डिवाइस को तुरंत अपडेट करने की आवश्यकता है। Apple ने iOS 18.1, iPadOS 18.1, macOS 15.1, watchOS 11.1, और Safari 18.1 जैसी सुरक्षा अपडेट्स जारी की हैं, जो इन खामियों को ठीक करती हैं। यह अपडेट्स सभी Apple यूजर्स के लिए जरूरी हैं क्योंकि इनकी मदद से यूजर्स अपनी डिवाइस को साइबर हमलों से सुरक्षित रख सकते हैं। इसके अलावा, CERT-In ने बताया है कि साइबर सुरक्षा के दृष्टिकोण से, यूजर्स को अलर्ट और सावधान रहना चाहिए, और सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करना चाहिए। एंटीवायरस और फायरवॉल जैसे सुरक्षा उपायों का उपयोग करके डिवाइस की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है। साथ ही, सेटिंग्स में जाकर आधिकारिक अपडेट्स के लिए ऑटोमेटिक डाउनलोड विकल्प को सक्षम करना चाहिए, ताकि यूजर्स हमेशा लेटेस्ट सुरक्षा पैच पर बने रहें।

Apple डिवाइसों में पाई गई सुरक्षा खामियां एक गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकती हैं, और इनसे बचने के लिए CERT-In ने स्पष्ट रूप से सुझाव दिया है कि सभी यूजर्स अपनी डिवाइस को लेटेस्ट सॉफ़्टवेयर वर्ज़न में अपडेट करें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी डिवाइस पूरी तरह से सुरक्षित है, तुरंत उपलब्ध अपडेट इंस्टॉल करें और किसी भी संदिग्ध लिंक या अनजाने मेल से बचें। यह कदम उठाने से आप अपने सुरक्षा जोखिम को कम कर सकते हैं और हैकिंग जैसी समस्याओं से बच सकते हैं।

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