Edited By Parminder Kaur,Updated: 02 Feb, 2025 04:30 PM
दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पुलिस ने सफदरजंग अस्पताल से चुराए गए 4 महीने के बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी महिला नीतू को गिरफ्तार किया। नीतू ने शादी के सात साल बाद भी बच्चे न होने पर अस्पताल से बच्चा चुराने की योजना बनाई थी।
नेशनल डेस्क. दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पुलिस ने सफदरजंग अस्पताल से चुराए गए 4 महीने के बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी महिला नीतू को गिरफ्तार किया। नीतू ने शादी के सात साल बाद भी बच्चे न होने पर अस्पताल से बच्चा चुराने की योजना बनाई थी।
क्या है पूरा मामला?
29 जनवरी को बिहार के मधुबनी निवासी एक महिला ने सफदरजंग अस्पताल की पुलिस चौकी में अपनी शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने बताया कि उसका 4 महीने का बेटा अस्पताल में चोरी हो गया था। वह अपने पति और बच्चे के साथ इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल आई थी और वेटिंग हॉल में बैठी थी। वहीं उसकी मुलाकात एक अन्य महिला से हुई थी। 29 जनवरी की सुबह करीब 10:15 बजे महिला अपने बच्चे के लिए दूध लेने अस्पताल के गेट नंबर एक पर गई। इस दौरान उसने बच्चे को उस महिला के हाथ में दे दिया, जब वह दस मिनट बाद दूध लेकर आई तो महिला और उसका बच्चा दोनों गायब थे। महिला ने तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला।
मेट्रो के टिकट से मिला अहम सुराग
पुलिस ने शिकायत के बाद जांच शुरू की और वेटिंग रूम में आरोपी महिला का बैग मिला। बैग से मेट्रो के तीन और डीटीसी के पांच टिकट मिले। मेट्रो की टिकट जहांगीर पुरी से एम्स और एम्स से जहांगीर पुरी की थी। पुलिस ने जहांगीर पुरी मेट्रो स्टेशन की फुटेज जांची और पाया कि आरोपी महिला 22 जनवरी को वहां से एम्स की तरफ जा रही थी। फिर पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज की जांच की और पाया कि महिला 11 बजे एक ऑटो में बच्चे के साथ धौला कुआं की ओर जा रही थी। पुलिस ने ऑटो चालक से पूछताछ की और उसने बताया कि महिला को बच्चे के साथ भीम राव अंबेडकर अस्पताल के गेट नंबर एक पर छोड़ा था।
महिला का पकड़ा गया पता और गिरफ्तारी
भीम राव अंबेडकर अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि आरोपी महिला बच्चे के साथ दो व्यक्तियों के साथ एक कार में बैठकर वहां से गई थी। पुलिस ने कार के नंबर की जांच की और पाया कि कार अंबेडकर कॉलोनी, अलीपुर गांव निवासी राजीव के नाम पंजीकृत थी। पुलिस ने तुरंत वहां छापा मारा और आरोपी महिला नीतू को बच्चे के साथ पकड़ लिया।
शादी के सात साल बाद बच्चा न होने पर किया था अपहरण
पूछताछ में महिला नीतू ने बताया कि शादी के सात साल बाद भी उसके बच्चे नहीं हो रहे थे, जिससे वह काफी परेशान थी। उसने अपने पिता राजीव और ससुर करण सिंह को गर्भवती होने की झूठी जानकारी दी और अस्पताल में भर्ती होने की बात कही। 29 जनवरी को उसने अपने पति को फोन कर बताया कि उसने एक बेटे को जन्म दिया है और वह उसे लेने बीआर अंबेडकर अस्पताल आ जाए। उसके बाद राजीव अपने पिता के साथ अस्पताल पहुंचे और नीतू को बच्चे के साथ घर लेकर चले गए।