Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 13 Feb, 2025 12:25 PM

तानाजी सावंत और उनके बेटे ऋषिराज सावंत की कहानी ने हाल ही में सुर्खियां बटोरी हैं। एक तरफ तानाजी सावंत, जो शिवसेना के वरिष्ठ नेता और विधायक हैं, ने पुलिस आयुक्त के पास जाकर अपने बेटे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई। वहीं, दूसरी तरफ ये पूरा मामला कुछ...
नेशनल डेस्क: तानाजी सावंत और उनके बेटे ऋषिराज सावंत की कहानी ने हाल ही में सुर्खियां बटोरी हैं। एक तरफ तानाजी सावंत, जो शिवसेना के वरिष्ठ नेता और विधायक हैं, ने पुलिस आयुक्त के पास जाकर अपने बेटे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई। वहीं, दूसरी तरफ ये पूरा मामला कुछ और ही सामने आया। तानाजी सावंत के बेटे ऋषिराज ने घर से कहासुनी के बाद अपने दोस्तों के साथ एक प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन से बैंकॉक जाने की योजना बनाई थी, लेकिन मामला उलझते हुए नजर आया। काफी दिनों से तानाजी सावंत के बेटे ऋषिराज के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। उनकी चिंता और घबराहट बढ़ी और उन्होंने पुलिस में अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई। तानाजी को लगता था कि उनका बेटा कहीं गायब हो गया है, लेकिन जांच में जब पुलिस ने इस मामले की तहकीकात की, तो हकीकत सामने आई।
ऋषिराज का बैंकॉक जाने का प्लान
दरअसल, ऋषिराज अपने दो दोस्तों के साथ बिना किसी को बताये बैंकॉक जाने के लिए एक प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन में सवार होने वाले थे। वे परिवार से छुपकर यह यात्रा करने की योजना बना रहे थे। इस दौरान उनका प्लेन पुणे से टेक ऑफ करने के बाद अचानक वापस बुला लिया गया।
विमान अधिकारियों को हुआ संदेह
जब प्लेन उड़ चुका था और उड़ान के बीच में था, तो अचानक विमान के पायलट को एक कॉल आई, जिसमें प्लेन को वापस पुणे लाने के लिए कहा गया। पहले पायलट को लगा कि यह कॉल झूठी हो सकती है, लेकिन फिर नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए से पुष्टि करने के बाद प्लेन को पुणे वापस लाने का आदेश दिया गया। इस प्रक्रिया को केवल मेडिकल या तकनीकी इमरजेंसी में ही लागू किया जाता है, लेकिन यह मामला कुछ अलग ही था।
प्लेन ने बदला रास्ता, यात्रियों को नहीं हुआ कोई अंदाजा
जब प्लेन अंडमान और निकोबार के ऊपर था, तब पायलट ने उड़ान की दिशा बदल दी और इसे पुणे की ओर मोड़ दिया। यात्रियों को इस बारे में कुछ भी नहीं बताया गया और यहां तक कि विमान की नेविगेशन स्क्रीन भी बंद कर दी गई, ताकि उन्हें यह न पता चले कि वे वापस लौट रहे हैं। इसके बावजूद, ऋषिराज और उनके दोस्तों को बाद में पता चला कि कुछ गड़बड़ हो रही थी।
पायलट की सफाई
पुणे एयरपोर्ट पर जब प्लेन लैंड किया, तो ऋषिराज और उनके दोस्त पायलट से गुस्से में सवाल करने लगे। पायलट ने उन्हें शांत करते हुए बताया कि वह केवल अपने अधिकारियों के आदेशों का पालन कर रहे थे। इस मामले में सीआईएसएफ ने ऋषिराज को एयरपोर्ट से बाहर ले लिया और पुलिस ने पूछताछ की।
ऋषिराज ने पुलिस को बताया सच्चाई
पुणे एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी के बाद, ऋषिराज ने पुलिस को बताया कि उनके परिवार में किसी बात पर बहस हो गई थी। उनके पिता तानाजी नहीं चाहते थे कि वह बैंकॉक जाएं, इस कारण ऋषिराज ने बिना बताए इस ट्रिप पर जाने का फैसला किया। गुस्से से बचने के लिए उन्होंने परिवार को इस यात्रा की जानकारी नहीं दी थी।