कोरोना के बाद अब ये वायरस जानलेवा साबित हो रहा, चीन की लैब से हुआ लीक

Edited By Parveen Kumar,Updated: 06 Sep, 2024 06:42 PM

after corona now this virus is proving to be fatal

हाल ही में एक नई रिसर्च ने चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIV) से पोलियो वायरस के एक विकसित स्ट्रेन के लीक होने की संभावना का संकेत दिया है।

नेशनल डेस्क : हाल ही में एक नई रिसर्च ने चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIV) से पोलियो वायरस के एक विकसित स्ट्रेन के लीक होने की संभावना का संकेत दिया है। इस शोध में कहा गया है कि 2014 में चीन के अन्हुई प्रांत में एक चार साल का बच्चा पोलियो के एक अत्यंत विकसित स्ट्रेन से संक्रमित हुआ था, जो WIV14 नामक स्ट्रेन के समान है। यह स्ट्रेन पोलियो वायरस के उस वैरिएंट से जीन-संरचना में 99 प्रतिशत मेल खाता है जिसे वुहान की लैब में स्टोर किया गया था।

अमेरिकी एजेंसी एफबीआई का मानना है कि कोरोना वायरस भी इसी लैब से लीक हुआ था, और इस नई रिसर्च ने चीनी लैब्स की सुरक्षा प्रोटोकॉल्स पर सवाल उठाया है। कोविड-19 महामारी के दौरान चीन की लैब्स की संदिग्ध भूमिका को लेकर पहले ही काफी चर्चा हो चुकी है। इस नई जानकारी ने चीनी लैब्स के खिलाफ चिंताओं और आरोपों को और बढ़ा दिया है, और यह वैश्विक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है।

रिसर्च में सामने आई रिपोर्ट

यह रिसर्च पोलियो के WIV14 स्ट्रेन से संबंधित है, जिसकी पहली पहचान 2014 में एक बच्चे के सैंपल में की गई थी। यह बच्चा अन्हुई क्षेत्र में उस समय हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (HFMD) के फैलने के दौरान डायग्नोस्ट किया गया था। जब WIV14 स्ट्रेन की पहचान की गई, तो वैज्ञानिक आश्चर्यचकित रह गए। जेनेटिक विश्लेषण से पता चला कि WIV14 स्ट्रेन Saukett A स्ट्रेन से काफी समानता रखता है, जिसे 1950 के दशक में विकसित किया गया था। Saukett A स्ट्रेन एक पोलियो पैरेंट है, जिसका उपयोग पोलियो वैक्सीन के निर्माण में होता रहा है।
 

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