Edited By Utsav Singh,Updated: 16 Nov, 2024 06:54 PM
दिल्ली सरकार ने एयर पॉल्यूशन को देखते हुए पिछले कुछ दिनों से कक्षा 5वीं तक के स्कूल को बंद कर दिया है। वहीं अब हरियाणा सरकार ने भी शनिवार को यह घोषणा किया कि कक्षा 5वीं तक के सभी स्कूल अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाए।
नेशनल डेस्क : हरियाणा सरकार ने बढ़ते वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए, शनिवार को कक्षा 5 तक के स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। यह कदम बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। इस फैसले के बाद, सभी जिला उपायुक्तों को एक पत्र जारी कर निर्देश दिए गए हैं कि वे इस आदेश को लागू करें। हालांकि, स्कूलों को कितने दिनों के लिए बंद रखा जाएगा, इस पर अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है और जिलों के उच्च अधिकारियों द्वारा इस पर जल्द ही निर्णय लिया जा सकता है।
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नोटिस में क्या कहा गया?
प्रारंभिक शिक्षा महानिदेशक के सहायक निदेशक द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि, "सरकार ने यह निर्णय लिया है कि उपायुक्त दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में मौजूदा AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) का आकलन करेंगे और जरूरत के मुताबिक कक्षाएं बंद कर सकते हैं। इसके साथ ही, कक्षा 5 तक के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने के निर्देश भी जारी किए जा सकते हैं।" यह आदेश सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूलों पर लागू होगा। इसके अलावा, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग आकलन करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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दिल्ली में स्थिति
दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर गंभीर रूप से खराब हो गया है, जहां AQI 400 से भी ऊपर चला गया है। इसके चलते दिल्ली सरकार ने GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) के तहत III स्तर के प्रतिबंध लागू किए हैं। इन प्रतिबंधों के तहत BS III पेट्रोल और BS IV डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, और नॉन-सीएनजी, नॉन-इलेक्ट्रिक अंतरराज्यीय बसों की दिल्ली में एंट्री पर भी पाबंदी है। इसके साथ ही, निर्माण कार्यों जैसे खनन, पेंटिंग इत्यादि पर भी रोक लगा दी गई है। अगर कोई व्यक्ति इन प्रतिबंधों का उल्लंघन करता है, तो उस पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत 20,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। यह कदम बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है और वायु प्रदूषण के स्तर में सुधार होने तक कई अन्य उपायों पर भी विचार किया जा सकता है।