Edited By Mahima,Updated: 26 Mar, 2025 02:16 PM

कटनी में सेना में चयनित युवक रविदास ने सूदखोरों से तंग आकर आत्महत्या कर ली। उसने मरने से पहले वीडियो में माता-पिता से माफी मांगी। आर्थिक तंगी के कारण कर्ज लिया था, जिस पर सूदखोरों ने भारी ब्याज वसूला। पुलिस जाँच कर रही है, और घटना ने सूदखोरी के...
नेशनल डेस्क: कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के चरगवां गांव में एक दिल दुखने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। रविदास नामक एक युवक, जिसने हाल ही में भारतीय सेना में भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण की थी, ने सूदखोरों के बढ़ते दबाव और उत्पीड़न के चलते अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया है, बल्कि समाज में व्याप्त सूदखोरी के गंभीर मुद्दे को भी उजागर किया है।
रविदास, जो अपने परिवार और गांव के लिए गर्व का स्रोत बनने वाला था, सूदखोरों के चंगुल में फंस गया। आर्थिक तंगी के कारण उसने कुछ लोगों से कर्ज लिया था, लेकिन सूदखोरों ने उससे अत्यधिक ब्याज वसूलना शुरू कर दिया। जब दबाव असहनीय हो गया, तो उसने आत्महत्या का रास्ता चुना। आत्महत्या से पहले, रविदास ने एक वीडियो बनाया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में, उसने अपने माता-पिता से माफी मांगी और अपनी पीड़ा व्यक्त की। उसने बताया कि कैसे सूदखोरों के अत्याचार ने उसे इस कठोर कदम को उठाने के लिए मजबूर किया। उसने यह भी कहा कि वह सेना में चयनित होने के बावजूद अपने परिवार के साथ रहने और वर्दी पहनने का सपना पूरा नहीं कर पाएगा।
घटना की सूचना मिलते ही, स्लीमनाबाद थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने रविदास के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है और वीडियो के साथ-साथ व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम चैट रिकॉर्डिंग की जांच कर रही है। कटनी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। रविदास के परिवार और ग्रामीणों में गहरा शोक है। उनका कहना है कि रविदास एक मेहनती और होनहार युवक था, जिसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की थी। इस घटना ने सूदखोरी के खतरे को उजागर किया है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में कई युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है। यह घटना प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक चेतावनी है कि इस समस्या को गंभीरता से लिया जाए और इसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं।