Edited By Utsav Singh,Updated: 04 Jul, 2024 01:36 PM
हाथरस में भगदड़ के दौरान 121 लोगों की मौत हो गई। इसी बीच मथुरा में प्रेमानंद महाराज ने भक्तों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है और इसकी सूचना भक्तों को दे दी गई है।
नेशनल डेस्क : हाथरस में भगदड़ के दौरान 121 लोगों की मौत हो गई। इसी बीच मथुरा में प्रेमानंद महाराज ने भक्तों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है और इसकी सूचना भक्तों को दे दी गई है। हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत से सबक लेते हुए संत प्रेमानन्द ने रोजाना तड़के निकलने वाली पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिये बंद कर दी है। इसके बारे में पत्र जारी कर अपने भक्तों को सूचना दी है। एक चिट्ठी में कहा गया कि हाथरस में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बहुत ही हृदयविदारक व अत्यंत दुखद है जिसमें हम सबकी गहन संवेदनाएं परिजनों के साथ हैं।
भविष्य में ऐसी कोई भी घटना न घटे...
आपको बता दें कि संत प्रेमानन्द रोजाना रात करीब 2:15 बजे छटीकरा मार्ग स्थित अपने आवास से पदयात्रा करते हुए परिक्रमा मार्ग स्थित अपने आश्रम श्रीहित राधा केली कुंज पहुंचते हैं। यहां उनके प्रवचन और एकांतिक वार्ता का कार्यक्रम होता है। संत के दर्शन करने के लिये उनके आवास से आश्रम तक करीब 2 किलोमीटर तक भक्तों की भीड़ जुट जाती है। दर्शन पाने को ललियत भक्तों को संत के परिकरों द्वारा नियंत्रित किया जाता है। भीड़ के मद्देनजर पदयात्रा पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है। भविष्य में ऐसी कोई भी घटना न घटे ऐसी ठाकुर जी के चरणों में प्रार्थना है।
कोई भी भक्त रात्रि में दर्शन हेतु खड़े न हों
इस सम्बन्ध में श्रीहित राधा केली कुंज की ओर से अपने सोशल मीडिया पेज भजन मार्ग पर अपील भी की गई है। साथ ही यह भी आग्रह किया गया है कि कोई भी भक्त रात्रि में दर्शन हेतु खड़े न हों, न ही रास्ते में किसी प्रकार की भीड़ लगाएं। यह बड़ा फैसला प्रेमानंद महाराज जी ने हाथरस घटना के बाद लिया। जिससे भविष्य में ऐसी कोई घटना न घट सके।