Edited By Mahima,Updated: 01 Jan, 2025 05:03 PM
लखनऊ में 1 जनवरी को एक परिवार के 5 लोगों की हत्या के आरोपी मोहम्मद असद ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि बस्ती के लोग उनके घर और जमीन पर कब्जा कर रहे थे और बहनों को बेचने की साजिश कर रहे थे। उसने सीएम योगी से कड़ी सजा की मांग की और कहा कि हर मुसलमान...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नए साल के पहले दिन एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया। एक होटल में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई। इस खौफनाक हत्या के मुख्य आरोपी मोहम्मद असद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, जिसने खुद ही अपने परिवार के खिलाफ यह निर्दयतापूर्वक कदम उठाया। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी ने खुद इस घटना को अंजाम दिया और बाद में एक वीडियो जारी कर पूरी घटना का विवरण दिया।
आरोपी मोहम्मद असद का वीडियो आया सामने
हत्याएं करने के बाद मोहम्मद असद ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उसने अपनी तरफ से पूरी घटना का खुलासा किया और पुलिस व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई। वीडियो में असद ने कहा, "मेरा नाम मोहम्मद असद है और आज मैं मजबूरी में यह कदम उठा रहा हूं। बस्ती के कुछ लोगों की वजह से हम पर अत्याचार हो रहे थे, और इस स्थिति से उबरने का कोई रास्ता नहीं बचा था।" असद के मुताबिक, उसका परिवार लंबे समय से बस्ती के कुछ लोगों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था। उसने आरोप लगाया कि बस्ती के लोग उनके घर और संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। असद ने कहा, "हमारे पास मकान के पेपर हैं और हम अपने घर को मंदिर बनाना चाहते थे, लेकिन बस्ती के लोग हमारे रास्ते में आ गए और हमें लगातार धमकियां दे रहे थे।" उसने यह भी दावा किया कि बस्ती के लोग उसकी बहनों को बेचने की साजिश रच रहे थे, और वह अपनी बहनों को बचाने के लिए मजबूरी में यह कदम उठा रहा था।
खुद को मारने का लिया निर्णय
मोहम्मद असद ने बताया कि उसने अपनी बहनों और खुद को मारने का निर्णय लिया था, क्योंकि वह यह नहीं चाहता था कि उसकी बहनें किसी अन्य जगह बेची जाएं। उसने आरोप लगाया कि बस्ती के लोग उसे और उसके परिवार को लगातार परेशान कर रहे थे, और जब वह बार-बार पुलिस से मदद मांगते थे, तो कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आता था। असद ने वीडियो में कहा, "हम कई बार पुलिस से मदद मांग चुके थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हम 10-15 दिन से फुटपाथ पर सो रहे थे, ठंड में भटक रहे थे। हमें कहीं शरण नहीं मिली।" उसने आगे कहा, "हमने कई बार आवाज उठाई, लेकिन किसी ने हमारी मदद नहीं की। हमारी बहनों को बेचने की कोशिश हो रही थी, और हम इस परिस्थिति में जीने को मजबूर थे।" इस वीडियो में असद ने साफ तौर पर यह भी बताया कि बस्ती के कुछ लोग उसकी बहनों को हैदराबाद में बेचने की योजना बना रहे थे, और यह एक बड़ी साजिश थी, जिसे उसने रोकने के लिए यह कड़ा कदम उठाया।
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योगी आदित्यनाथ से की अपील
असद ने अपनी वीडियो में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक खास अपील की। उसने कहा, "योगी जी, आप जो भी कर रहे हैं, वह सही कर रहे हैं। ऐसे मुसलमानों को छोड़ना मत, जो जमीन कब्जाने की साजिश करते हैं और लोगों का जीवन नरक बना देते हैं।" उसने यह भी कहा कि हिंदू समाज और भाजपा के लोग उसकी मदद के लिए आगे नहीं आए। असद ने कहा, "हम हिंदू धर्म अपनाना चाहते थे, लेकिन बस्ती के लोग हमें ऐसा करने से रोक रहे थे। अब हमारा घर सिर्फ मंदिर बनना चाहिए।"
असद ने किया ये दावा: हर मुसलमान गलत नहीं होता
इस पूरे मामले में असद ने यह भी कहा कि हर मुसलमान गलत नहीं होता और उसे और उसके परिवार को सिर्फ कुछ बुरी ताकतों ने परेशान किया। उसने बीजेपी और बजरंग दल के लोगों पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसकी मदद नहीं की और उस पर झूठे आरोप लगाए। असद ने कहा, "हम लोग बदायूं के रहने वाले हैं, और हमारी ताई के घर पर रहते हैं। हम पर यह आरोप लगाया गया कि हम बांग्लादेश से आए हैं, जो पूरी तरह से गलत है। हम केवल अपना धर्म बदलना चाहते थे ताकि हम शांति से जीवन जी सकें।"
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हिंदू समाज से भी कि अपील
आरोपी ने हिंदू समाज से भी अपील की कि उन्हें न्याय दिलाने में मदद करें। उसने कहा, "हमने कभी किसी का नुकसान नहीं किया, लेकिन आज हमें इस हालात में जीने के लिए मजबूर किया गया। हम भी हिंदू धर्म अपनाना चाहते थे, लेकिन समाज में हमारे खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया। अब, मेरी आखिरी इच्छा है कि मेरे परिवार को इंसाफ मिले।" असद ने कहा कि अगर उसे मरने के बाद न्याय मिल सके, तो वह संतुष्ट होगा। इस खौफनाक हत्याकांड के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी मोहम्मद असद को हिरासत में ले लिया है। पुलिस जांच कर रही है कि क्या असद के आरोपों में सच्चाई है या यह एक दिमागी हालात की वजह से उठाया गया कदम था। पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच पूरी तरह से निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और आरोपियों को सजा दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर से धर्म और सामाजिक असमानताओं को लेकर सवाल खड़े किए हैं। खासकर मुस्लिम समुदाय के अंदर इन आरोपों की चर्चा हो रही है कि क्या यह एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।