Edited By Parveen Kumar,Updated: 03 Apr, 2025 06:20 PM
फर्रुखाबाद जिले के फतेहगढ़ क्षेत्र में रहने वाली 60 वर्षीय मुन्नी देवी का इलाज के दौरान अस्पताल में निधन हो गया। उनके पति रणवीर सिंह पहले जेल में सिपाही थे, लेकिन उनका पहले ही देहांत हो चुका था।
नेशनल डेस्क : फर्रुखाबाद जिले के फतेहगढ़ क्षेत्र में रहने वाली 60 वर्षीय मुन्नी देवी का इलाज के दौरान अस्पताल में निधन हो गया। उनके पति रणवीर सिंह पहले जेल में सिपाही थे, लेकिन उनका पहले ही देहांत हो चुका था। उनकी कोई संतान नहीं थी, इसलिए पड़ोस में रहने वाले राकेश पाल उनकी देखभाल करने लगे। मुन्नी देवी भी उन्हें बेटे जैसा मानती थीं और दो महीने पहले अपनी संपत्ति की वसीयत उनके नाम कर दी थी।
मुन्नी देवी की मौत की खबर मिलते ही उनके भतीजे प्रेमपाल सिंह चौहान और धर्मवीर सिंह अस्पताल पहुंचे और मृतका की उंगलियों के निशान लेने की कोशिश करने लगे। अस्पताल कर्मियों को यह संदिग्ध लगा और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित कर दिया। जब पुलिस आई तो भतीजों ने अपनी गलती मान ली।
बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद जब भतीजों ने शव ले जाने की बात कही, तो राकेश पाल ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि जब मुन्नी देवी बीमार थीं, तब कोई देखने तक नहीं आया, लेकिन अब संपत्ति का मामला सामने आते ही वे शव लेने आ गए। इस पर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शव भतीजों को सौंप दिया गया।